डूंगरपुर. नई पेंशन योजना के विरोध में बुधवार को जिले में कार्यरत महिला कर्मचारियों ने डूंगरपुर कलेक्ट्रेट के सामने धरना-प्रदर्शन किया और पुरानी पेंशन योजना को ही बहाल करने की मांग रखी.
न्यू पेंशन स्कीम एम्प्लॉय फैडरेशन ऑफ राजस्थान के बैनर तले जिले के विभिन्न विभागों में कार्यरत महिला कर्मचारी बुधवार को कलेक्ट्रेट के सामने एकत्रित हो गई. इसके बाद नई पेंशन स्कीम के विरोध में नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया. महिला कर्मचारियों ने कहा कि नई पेंशन स्कीम के बारे में अब तक उन्हें सही जानकारी ही नहीं दी गई है. आखिर में उन्हें अपनी नौकरी के बाद मिलेगा क्या? जबकि पुरानी पेंशन स्कीम में सभी नियम साफ थे. नई पेंशन स्कीम से सरकार कर्मचारियों के बुढ़ापे की लाठी छीनने का प्रयास कर रही है.
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महिला कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सोंपा, जिसमे बताया कि 1 जनवरी, 2004 के बाद नियुक्त सरकारी कर्मचारी व अधिकारियों को पुरानी पेंशन स्कीम के स्थान पर नई अंशदायी पेंशन योजना (एनपीएस) लागू की गई है, जो कि पेंशन योजना न होकर शेयर मार्केट पर आधारित एक म्यूचल फण्ड योजना है.
नई पेंशन योजना शेयर बाजार आधारित होने के कारण कर्मचारी व अधिकारी को उनकी सेवानिवृत्ति के बाद वृद्धावस्था में आर्थिक, सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के अनुकूल नहीं है. इस योजना ने न्यूनतम पेंशन की भी कोई गारंटी नहीं है. एनपीएस में जो कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं, उन्हें महज 800 से 1200 रुपये मासिक पेंशन मिलने के मामले भी सामने आए है. इस कारण विरोध जताते हुए पुरानी पेंशन स्कीम को ही बहाल करने की मांग दोहराई है. कर्मचारियों में मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है.