डूंगरपुर. मेडिकल कॉलेज में तीन वर्षों से अर्जेंट टेम्प्रेररी बेस पर कार्यरत कर्मचारियों के वेतन कटौती और रिकवरी के बाद विरोध शुरू हो गया है. र्मचारियों ने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य का घेराव करते हुए विरोध जताया और पूरी सैलेरी देने की मांग की है. मेडिकल कॉलेज की शुरुआत के साथ ही कॉलेज में पैरा मेडिकल और नॉन पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती की गई. उस समय कर्मचारियों को सातवे वेतनमान के अनुसार वेतन दिया जा रहा था.
वहीं अब प्राचार्य बदलने के बाद इन कर्मचारियों के वेतन में कटौती करते हुए 5वें वेतनमान के अनुसार वेतन देने के आदेश कर दिए गए हैं. राज्य सरकार या राजमेस से किसी तरह के वेतन कटौती के कोई आदेश नहीं है. बावजूद वेतन कटौती के उन्हें बिना किसी पूर्व नोटिस के ही कटौती शुरू कर दी गई है.
मेडिकल कॉलेज के यूटीबी कर्मचारियों ने प्राचार्य का घेराव करते हुए सैलेरी कटौती का विरोध जताया. उन्होंने कहा कि सैलेरी कटौती के साथ ही रिकवरी भी जा रही है, जो यूटीबी कर्मचारियों के हितों के साथ अन्याय है. उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी कर्मचारी के वेतन में प्रतिवर्ष बढ़ोतरी करती है, लेकिन मेडिकल कॉलेज में मनमाने तरीके से कटौती की जा रही है, जिससे कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान झेलना रहा है.
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इसके बाद कर्मचारी एकत्रित होकर कलेक्ट्री पंहुचे ओर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा, जिसमें वेतन कटौती के आदेश को रोकने के साथ ही पूरी सैलेरी देने और रिकवरी नहीं करने की मांग रखी है.