डूंगरपुर. डूंगरपुर से अहमदाबाद के बीच रेलवे आमान परिवर्तन का कार्य पूरा हो चुका है और इस रेल लाइन के सीआरएस (रेलवे सुरक्षा आयुक्त) का निरीक्षण 19 से 21 दिसंबर को होगा. निरीक्षण के बाद रेलवे की ओर से हरी झंडी मिलने पर इस ट्रैक पर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैन दौड़ सकेगी. निरीक्षण से पहले इस रेल लाइन का कार्य पूरा वाले रेलवे के उपमुख्य अभियंता आरएन जाट से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
डूंगरपुर उत्तर-पश्चिम रेलवे के उपमुख्य अभियंता आरएन जाट ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि उदयपुर से डूंगरपुर और अहमदाबाद मीटर गेज लाइन को 2009 में ब्रॉडगेज में परिवर्तन की हरी झंडी मिली थी और उसे रेलवे बजट में शामिल किया गया था. इसके बाद 2011 में इस रेल लाइन का काम शुरू हुआ, लेकिन जमीन अधिग्रहण और कार्य को शुरू करने में कुछ देरी हुई, लेकिन अब डूंगरपुर से अहमदाबाद से बीच रेल लाइन का काम पूरा हो चुका है.
चीफ इंजीनियर ने बताया कि हिम्मतनगर से अहमदाबाद के बीच कार्य पहले ही पूरा हो चुका है. हिम्मतनगर से डूंगरपूर के बीच 95 किलोमीटर में से 23 किलोमीटर का कार्य भी पिछले साल हो गया था. डूंगरपुर से रायगढ़ 72 किलोमीटर के इस कार्य को भी पूरा कर लिया है और इसके सीआरएस निरीक्षण को लेकर इंतजार किया जा रहा था
उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड की ओर से सीआरएस निरीक्षण 19 से 21 दिसंबर के बीच होना है. इस दौरान डुंगरपुर से लेकर हिम्मतनगर के बीच ट्रायल के तौर पर हाई स्पीड ट्रैन दौड़ाई जाएगी, जो 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी. इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है और इस रेल लाइन से लोगो को दूर रहने की अपील भी की जा रही है. सीआरएस निरीक्षण के दौरान ट्रैक की स्थिति, सिग्नल सहित कई कार्यो का निरीक्षण किया जाएगा और फिर इसकी रिपोर्ट रेलवे को जाएगी और इसके बाद हरी झंडी मिलते ही रेल शुरू की जा सकेगी.
डूंगरपुर से अहमदाबाद के लिए लेती थी 6 घंटे से ज्यादा का वक्त...
डूंगरपुर से अहमदाबाद के बीच की ये रेल लाइन पहले मीटर गेज थी, जिस कारण इस ट्रैक पर लंबे समय तक 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलती थी, जो अहमदाबाद जाने के लिए 6 घंटे या इससे भी ज्यादा का वक्त लेती थी, लेकिन ब्रॉड गेज के बाद इस ट्रैक पर दुगुनी रफ्तार से 110 किलोमीटर प्रति घंटे से ट्रैन दौड़ेगी जो अहमदाबाद 3 घंटे में पंहुचा देगी, जिससे लोगों का समय और पैंसा दोनों ही बचेगा.
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व्यापारिक क्षेत्र में मिलेगा सबसे बड़ा फायदा...
डूंगरपुर का व्यापारिक वर्ग पास के गुजरात राज्य से जुड़ा हुआ है. ऐसे में वागड़ के व्यापारी गुजरात के सामान लाते है और ट्रांसपोर्ट में सबसे ज्यादा परेशानी आती है, लेकिन अब ब्रॉडगेज लाइन बनने के बाद कई बड़ी मालवाहन रेल गाड़िया भी इस लाइन पर चलेगी जो मुम्बई से जयपुर और दिल्ली को जोड़ेगी. ऐसे में यहां के व्यापारियों को सबसे बड़ा फायदा आने वाले दिनों में मिलने वाला है.
डूंगरपूर से अहमदाबाद के बीच का कार्य बाकी...
उदयपुर से डूंगरपुर के बीच रेल लाइन का काम अब भी कई जगह पर बाकी है जिसमें खासकर पुलिए बनाने से लेकर पटरी बिछाने का काम बचा है, जिसे पूरा करने में करीब सालभर का वक्त लगेगा. ऐसे में रेलवे की ओर से एक बार डूंगरपूर से हिम्मतनगर और अहमदाबाद के बीच ट्रैन दौड़ाने की योजना है. इसके बाद उदयपुर का काम पूरा होते ही इस रूट पर जयपुर तक ट्रैन दौड़ेगी.