डूंगरपुर. जिले की शिक्षण संस्थाओं की उदासीनता अल्पसंख्यक विद्यार्थियों की प्रोत्साहन की राह में रोड़ा साबित हो रही है. जिले में शिक्षण संस्थाओं की ओर से विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण व केवाईसी अपडेट नहीं होने से हजारो विद्यार्थियों की छात्रवृति अटक गई है.
जिले में कुल 3203 शिक्षण संस्थानों में से 2800 शिक्षण संस्थाओं की केवाईसी अपडेट नहीं हो पाई है. अल्पसंख्यक मामलात विभाग की ओर से अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं को भारत सरकार की ओर से प्री- मेट्रिक, पोस्ट मेट्रिक एवं मेरिट कम मीन्स छात्रवृत्ति दी जाती है.
प्रदेश स्तर पर हुई समीक्षा में सामने आया की अभी तक प्रदेश में संचालित राजकीय एवं मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों ने नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर पंजीयन, केवाईसी अपडेशन, आधार सत्यापन नहीं किया है. जिसके कारण विद्यार्थियों को छात्रवृति का लाभ नहीं मिल पा रहा है. जिले में 3203 शिक्षण संस्थान हैं, जिसमे से 403 शिक्षण संस्थानों ने ही पोर्टल पर अपना पंजीकरण और केवाईसी अपडेशन करवाया है. ऐसे में हजारों अल्पसंख्यक विद्यार्थियों की छात्रवृति अटक गई है.
छात्रवृत्ति के लिए जिम्मेदार होंगे संस्था प्रधान
डूंगरपुर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेशचन्द्र जोशी ने बताया की जिले की स्थिति काफी चिंताजनक है. उन्होंने बताया की इस संबंध में प्रारंभिक व माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारियो के साथ कॉलेज के प्राचार्यो को पत्र लिखकर नेशनल स्कोलरशिप पोर्टल पर पंजीयन, केवाईसी अपडेशन, आधार सत्यापन कराने को कहा है.
उन्होंने कहा की अगर कोई विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रहता है तो इसकी जिम्मेदारी संस्था प्रधानो की होगी. नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर पंजीयन, केवाईसी अपडेशन केवल डूंगरपुर के साथ ही उदयपुर संभाग के अन्य जिलों में भी बाकी है. अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने सभी शिक्षण संस्थानों को पंजीयन और केवाईसी अपडेशन के लिए पत्र लिखा है.