डूंगरपुर. जिले में रोडवेज बस स्टैंड पर रोडवेजकर्मी और सेवानिवृत्त कर्मियों ने अपने विभिन्न लंबित मांगों को लेकर धरना देते हुए प्रदर्शन किया. साथ ही शीघ्र मांगे पुरी नहीं होने पर 23 अक्टूबर को एक घंटे के कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है.
बता दें कि, रोडवेज कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन करते हुए जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान रोडवेज कर्मचारीयों ने नेताओं को कहा कि, पिछली भाजपा सरकार के समय से रोडवेज कर्मी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन करते आ रहे हैं. उस समय कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में आने पर रोडवेज कर्मियों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था. करीब 1 साल पूरा होने जा रहा है, लेकिन अभी तक सरकार ने रोडवेज कर्मियों की लंबित मांगों की कोई सुध नहीं ली है. ऐसे में एक बार फिर रोडवेज कर्मी आंदोलन की राह पर हैं.
ये हैं इनकी मुख्य मांगें:
- अब तक की समस्त बकाया राशि का भुगतान
- रोडवेज श्रमिकों को भी राज्य कर्मचारियों के अनुरूप सातवें वेतन आयोग का लाभ.
- जून 2016 से सितंबर 2019 तक सेवानिवृत्त हो चुके, लगभग 3600 श्रमिकों का उनका सभी प्रकार का बकाया भुगतान
- निजी मालिकों की 500 बसें अनुबंध पर लेने के निर्णय को रद्द करना.