डूंगरपुर. पति की मौत के 40 साल बाद शहर के मोची बाजार की रहने वाली एक 91 साल की विधवा महिला के उसके घर का मालिकाना हक (91 years old woman got lease of house) मिला. नगर परिषद के सभापति व आयुक्त ने बूढ़ी महिला के घर जाकर उसके घर का पट्टा दिया तो उसके आंखों से खुशी के आंसू छलक आये. राज्य सरकार की ओर से प्रशासन शहर व गांव संग शिविर (prashasan sheron ke sang camp in dungarpur) आयोजित किये जा रहे है, जिससे कई लोगों को राहत मिल रही है.
शहर के वार्ड संख्या 20 में रहने वाली 91 वर्षीय तुलसी देवी को भी इस अभियान के जरिए अपना आशियाना मिल गया. तुलसी के पति की 40 साल पहले मौत हो चुकी है. उसकी 6 बेटियों की भी शादी हो चुकी है. इसके बाद से वृद्ध तुलसी घर पर अकेली रहकर जीवन यापन कर रही है. उसके पास उसके मकान का पट्टा नहीं था. उम्र ज्यादा होने के कारण तुलसी देवी को आने-जाने और सुनने में भी परेशानी होती है.
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नगर परिषद (Dungarpur Municipal Council News) से सभापति अमृत कलासुआ और आयुक्त नरपतसिंह राजपुरोहित ने बताया कि बुजुर्ग तुलसी के घर का पट्टा नहीं होने के बारे में जैसे ही पता लगा तो नगर मित्र को तुलसी देवी के घर भेजा गया. उसके घर के पट्टे के लिए आवेदन तैयार करवार कर दाखिल किया गया.
पट्टे के लिए आवेदन होने पर नगर परिषद ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए जरूरी कागजात पूरे करने के बाद उसके घर का 69ए का पट्टा बना दिया. पट्टा तैयार होने के बाद तुलसी देवी के नगर परिषद तक आने की स्थिति में नहीं पर सभापति अमृतलाल कलासुआ, आयुक्त नरपतसिंह राजपुरोहित, उपसभापति सुदर्शन जैन एवं वार्ड पार्षद नीलम जैन के साथ वृद्ध महिला के घर पहुंचे. बुजुर्ग तुलसी देवी को उसके मकान का पट्टा दिया. घर का पट्टा मिलने पर तुलसी देवी की आंखों से खुशी के आंसू छलक आये.
नगर परिषद ने 69ए में 600 पट्टे बांटे
राज्य सरकार की ओर से शहरी जनता को राहत देने के लिए शुरू किया गया प्रशासन शहरों के संग अभियान शहर की जनता को राहत दे रहा है. नगरपरिषद ने अभियान में अब तक कृषि भूमि, स्टेट ग्रांट और 69ए में करीब 600 पट्टे बांटते हुए लोगों को उनकी जमीन व घर का मालिकाना हक दिया है. वहीं कच्ची बस्ती के लिए आए नए नियमों के तहत भी अधिक से अधिक गरीब तबके के लोगों को लाभ दिया गया है.