डूंगरपुर. सागवाड़ा शहर के बोहरावाड़ी में स्थित जमातखाना में किसी सामाजिक मामले को लेकर बोहरा समाज के लोग इकट्ठा होकर आपसी बहस कर रहे थे. इसकी सूचना प्रशासन तक पहुंची. इस पर सागवाड़ा थानाधिकारी अजय सिंह राव मय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. वहां कई लोग बिना मास्क के आपस में एक-दूसरे से लड़ाई-झगड़ा और धक्का-मुक्की कर रहे थे.
पुलिस को देखते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई और जमात खाने में इकट्ठे लोग मुख्य गेट की ओर भागने लगे. इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर वहां से लोगों को हटाया. पुलिस जवानों ने लोगों पर लाठीचार्ज कर भीड़ को तीतर-बितर कर दिया.
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बताया जा रहा है कि पुलिस और नगर पालिका के अधिकारियों को मामले की सूचना थी, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. वहीं, नगर पालिका प्रशासन ने कोविड गाइडलाइन की पालना नहीं करने पर 10 हजार का जुर्माना लगाया है. मामले को लेकर किसी भी अधिकारी ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया है.
एक बार फिर पदाधिकारी को घर से बाहर निकालकर पीटा
डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा जमात खाने में जमा भीड़ को बल प्रयोग करते हुए पुलिस ने तीतर-बितर कर दिया, लेकिन दोपहर के समय एक बार फिर सैकड़ों लोग जमात पदाधिकारी के घर के बाहर जमा हो गए और उसे बाहर निकालकर पीटा. इस पूरी घटना के बाद हंगामा हो गया और कोविड गाइडलाइन की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गई, लेकिन कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने इतिश्री कर ली.
मामले में नहीं हुई कार्रवाई
मामले की जानकारी प्रशासन को मिलते ही एसडीएम राजीव द्धिवेदी , डिप्टी निरंजन चारण सागवाडा थनाधिकारी अजयसिंह राव मय पुलिस बल मौके पर पहुंचे और भीड़ को तीतर-बितर किया. काफी मशक्कत के बाद प्रशासन ने मामला शांत करवा कर दोनों पक्षों की एसडीएम की उपस्थिति में समझाइश करवाने की कोशिश की गई ओर दोनो पक्षों को पाबंद करते हुए इतिश्री कर ली. प्रशासन ने मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. वहीं, अभी तक महामारी एक्ट के तहत किसी पर मामला दर्ज नहीं हुआ है और न ही किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है.