डूंगरपुर. शराब प्रतिबंधित गुजरात राज्य से सटे डूंगरपुर जिले की 3 शराब की दुकानें राजस्थान की सबसे महंगी दुकानों में शुमार है. बावजूद जिले में शराब कारोबारियों को इस बार शराब की दुकानें रास नहीं आ रही है. पहले और दूसरे फेज की नीलामी के बाद जिले की 50 दुकानों में से सिर्फ 16 शराब की दुकानों का उठाव हुआ है.
जबकि 34 दुकानों के लिए दो फेज में किसी भी शराब कारोबारी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई. इन दुकानों में प्रदेश की सबसे महंगी 3 दुकान भी शामिल है. इधर, आबकारी विभाग को 24 मार्च को तीसरे फेज की नीलामी से उम्मीद है. प्रदेश में नई आबकारी नीति लागू होने के बाद इस बार शराब की दुकानों की ऑनलाइन ई-नीलामी की जा रही है. लेकिन इस बार डूंगरपूर जिले में शराब के ठेकों की नीलामी में शराब कारोबारियों की रुचि कम देखने को मिल रही है.
आबकारी विभाग की ओर से अभी तक दो फेज में डूंगरपूर की कुल 50 शराब की दुकानों के लिए ऑनलाइन नीलामी की गई, लेकिन दो फेज की नीलामी में 50 में से डूंगरपूर शहर की 8 दुकानों सहित 16 दुकानों का ही उठाव हो पाया.
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जबकि 34 दुकानों के लिए कोई भी शराब कारोबारी सामने नहीं आया. वहीं, डूंगरपूर जिले की इन 34 दुकानों में प्रदेश की सबसे महंगी 3 दुकान भी है. जिसमें नेशनल हाईवे पर खजूरी गांव में स्थित शराब की दुकान प्रदेश की सबसे महंगी शराब की दुकान होकर इसकी बेस प्राइज 18.99 करोड़ रुपए है.
कोरोना बना कारण
इस बार शराब की दुकानों के उठाव नहीं होने के पीछे कोरोना को सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2020 में कोरोना के चलते लगे लोकडाउन और लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर होने से शराब की बिक्री पर प्रभाव पड़ा और शराब ठेकेदारों को काफी नुकसान हुआ. जिसके चलते शराब कारोबारी इस वर्ष दुकानों की नीलामी में कम रुचि दिखा रहे हैं.
बची 34 दुकानों के तीसरी नीलामी में उठने की उम्मीद
बहराल आबकारी विभाग ने डूंगरपूर जिले की शेष 34 दुकानों के लिए 24 मार्च को एक बार फिर से ऑनलाइन नीलामी कोल की है. ऐसे में 24 मार्च को होने वाली नीलामी में आबकारी विभाग को डूंगरपूर जिले में प्रदेश की 3 महंगी शराब की दुकानों सहित शेष 34 दुकानों के उठाव की उम्मीद जरूर है, लेकिन पिछले दो फेज में इन दुकानों के लिए एक भी आवेदन नहीं आना इस बार शराब की दुकानों को लेने में कारोबारियों की अरुचि साफ-साफ दिखा रहा है.