डूंगरपुर. जिले में शिक्षा के स्तर को उठाने के लिए कलेक्टर आलोक रंजन ने नई पहल की है. जिसके लिए उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले एनजीओ को जिम्मेदारी सौंपी है. अब एनजीओ शिक्षा विभाग के साथ मिलकर प्रारंभिक शिक्षा के ढांचे को सुधारने के लिए काम करेंगे.
जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने इसको लेकर शिक्षा विभागीय अधिकारियों और जिले में शिक्षा को लेकर काम कर रहे एनजीओ के साथ बैठक की. बैठक में जिला कलेक्टर ने अलग-अलग एनजीओ से उनके कार्य क्षेत्र और कार्य के प्रकार की जानकारी ली. वहीं प्रारंभिक शिक्षा विभाग से शैक्षणिक स्तर और सुविधाओं को लेकर फीडबैक लिया.
पढ़ें: टिड्डी अटैक V/S स्कूली बच्चे...टिड्डियों को भगाकर ही माने
जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने कहा कि, डूंगरपुर जिला आदिवासी बहुल है और देखा गया है कि यहां महिला और पुरुष के शिक्षा के स्तर को लेकर बहुत बड़ा गैप है. इसके अलावा पहली से 5वीं तक की कक्षा में सुधार की बहुत गुंजाइश है. जिले में शिक्षा को लेकर कई एनजीओ काम कर रहे हैं, लेकिन सभी के कार्य क्षेत्र के साथ तरीके भी अलग-अलग हैं. जिस कारण शिक्षा के स्तर के समान तरीके से बढ़ाया नहीं जा सका है.
कलेक्टर ने कहा कि एनजीओ से प्रारंभिक शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए कार्ययोजना ली जाएगी और इसके बाद शिक्षा विभाग के साथ मिलकर इस पर काम किया जाएगा. ये प्रारंभिक बैठक थी अब आगामी शैक्षणिक सत्र तक लगातार इस पर चर्चा जारी रहेगी.