डूंगरपुर. राजस्थान राजस्व मंडल की ओर से राजस्व रिकॉर्ड के आधुनिक तरीके से संधारण के लिए राज्य में चलाए जा रहे 'नेशनल लैंड रिकॉर्ड मॉडर्नाइजेशन' प्रोग्राम के तहत प्रदेश की सभी 314 तहसीलों में मॉडर्न रिकॉर्ड रूम बनाए जा रहे हैं. इसी के तहत डूंगरपुर जिले की 9 तहसीलों में से 7 में मॉर्डन रिकॉर्ड रूम बनकर तैयार हो गए है.
कार्यवाहक एडीएम राजेश नायक ने बताया कि राजस्व मंडल की ओर से प्रत्येक तहसील में लगभग 1000 स्क्वायर फीट क्षेत्रफल में मॉडर्न रिकॉर्ड रूम बनाने की योजना है. डूंगरपुर और बिछीवाड़ा तहसील को छोड़कर, झोथरी, सीमलवाड़ा, चिखली, गलियाकोट, सागवाड़ा, साबला और आसपुर में मॉर्डन रिकॉर्ड रूम तैयार हो गए है. साथ ही इन तहसीलों के गांवों का राजस्व रिकॉर्ड भी ऑनलाइन कर दिया गया है.
साथ ही बताया कि सभी तहसील में मॉडर्न रिकॉर्ड रूम की स्थापना के बाद कोई भी काश्तकार या स्थानीयवासी अपने क्षेत्र की तहसील में जाकर हाथों-हाथ राजस्व दस्तावेज की प्रति प्राप्त कर सकेगा.
पढ़ें- डूंगरपुर: सड़क हादसे में जीजा की मौत, साला गंभीर रूप से घायल
इसके साथ ही ऑनलाइन दस्तावेज की पूरी जानकारी हो सकेगी और जीर्ण-शीर्ण हो रहे राजस्व रिकॉर्ड भी दुरुस्त स्थिति में सुरक्षित रखे जाएंगे. रिकॉर्ड रूम बनने के बाद पटवारी और राजस्व से जुड़े अधिकारियों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. सीधे रिकॉर्ड रूम में जाकर संबंधित दस्तावेज लेकर रिकॉर्ड प्राप्त कर सकेंगे.