डूंगरपुर. महिला समूहो को फाइनेंस करने वाली एक निजी फाइनेंस कंपनी के 2 रिकवरी एजेंट वसूली कर लौटते समय बाइक पर आए दो नकाबपोश बदमाशो में धक्का मारकर नीचे गिरा दिया और चाकू दिखाकर धमकाया. इसके बाद 3 लाख रुपये से भरा बैग छीनकर रफूचक्कर हो गए.
बता दें कि डूंगरपुर शहर के सिंधी कॉलोनी में समस्ता माइक्रो फाइनेंस कंपनी का ऑफिस है. कंपनी की ओर से महिला समूहों को स्वरोजगार के लिए लोन दिया जाता है. जिसकी रिकवरी का काम कंपनी के एजेंट गोविंद खांट निवासी बागीदौरा बांसवाड़ा ओर मोहम्मद यूसुफ निवासी अजमेर करते थे.रोजाना की तरह गोविंद और यूसुफ रिकवरी के लिए घोड़ी, पीपलादा, कल्याणपुर, मेताली गांव के समूह के पास गए थे. कुल 11 समूह की महिलाओं से करीब 3 लाख रुपये से ज्यादा की वसूली करने के बाद वे वापस डूंगरपुर शहर की ओर लौट रहे थे.
उसी दरम्यान मेंताली गांव के पास एक मोटरसाइकिल पर दो नकाबपोश बदमाश आये जिन्होंनें पहले गोविंद ओर यूसुफ की बाइक को रोकने का प्रयास करतें हुए ओवरटेक कर उनकी बाइक के आड़े लगा दी.इसके बाद वे साइड से भागने का प्रयास किया तो पीछे बैठे लुटेरे ने गोविंद के पास से बेग पकड़ लिया और धक्का लगाकर नीचे गिरा दिया.जिससे गोविंद ओर यूसुफ दोनों घायल हो गए लेकिन गोविंद ने बैग नहीं छोड़ा. लुटेरों नेबैग छीनने का प्रयास किया तो गोविंद ने विरोध भी किया लेकिन लुटेरों ने चाकू दिखाकर डराया. इसके बाद लुटेरे बैग छीनकर मेंताली से घोड़ी गांव की ओर भाग गए. इसके बाद दोनों रिकवरी एजेंट ने यह घटना फाइनेंस कंपनी के मैनेजर को बताई.सदर थाना पुलिस को घटना के बारे में बताया गया.
सदर थानाधिकारी मनीष गुप्ता मय जाब्ता के मौके पर पंहुचे जहा घटना के बारे में जानकारी लेते हुए नाकाबंदी करवा दी. इधर गोविंद खांट ने बताया कि बैग में करीब 3 लाख रुपये से ज्यादा की वसूली की राशि थी जिसे दोनों ही लुटेरे बैाग के साथ लेकर भाग गए है. पुलिस देर रात तक लुटेरों की तलाश में लगी रही लेकिन कोई सुराग नहीं लग सका है.लूट की वारदात के शिकार गोविंद खांट ने कहा कि लुटेरे एक बाइक पर थे और सफेद रंग की नई बाइक थी जिस पर नंबर प्लेट भी लगी हुई नहीं थी.इस कारण उन्हें गाड़ी में नंबर भी पता नहीं लग सके.
गौरतलब है कि इससे पहले दोवड़ा थाना क्षेत्र में भी फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों के साथ इसी तरह की लूट की वारदात हुई थी.