डूंगरपुर. जिले के शराब ठेकेदार संघ ने सरकार की ओर से लागू की गई नई आबकारी नीति का विरोध किया है. ठेकेदारो ने आबकारी कार्यालय के सामने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और नई आबकारी नीति को रद्द करने की मांग रखी.
राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में नई आबकारी नीति लागू की गई है और इसे लेकर जिले के शराब ठेकेदार विरोध में उतर आए है. सरकारी शराब की दुकानों के ठेकेदारों ने नई आबकारी नीति के विरोध में गुरुवार को जिला आबकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और सरकार से नई आबकारी नीति को रद्द करने की मांग की.
शराब ठेकेदारों का कहना है कि पिछले साल जो ठेके किए गए थे उसमें इस साल ठेके को आगे बढ़ाने का हवाला दिया गया था, लेकिन सरकार ने ठेके को आगे नहीं बढ़ाते हुए नई आबकारी नीति लागू कर दी. इतना ही नहीं कोरोना काल होने से शराब ठेकेदार को नुकसान का भी सामना करना पड़ा.
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नई आबकारी नीति में लॉटरी प्रक्रिया को खत्म कर नीलामी प्रक्रिया करने का निर्णय शराब के बड़े ठेकदारो को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है. उन्होंने कहा कि नई आबकारी नीति से छोटे ठेकेदार को नुकसान होगा. वहीं शराब के ठेकेदारों ने नई आबकारी नीति में अंग्रेजी शराब की दुकानों को भी कंपोजिट किए जाने से भी ठेकेदारों को नुकसान का सामना करना पड़ेगा. ऐसे में शराब ठेकेदारो ने जिला आबकारी अधिकारी को मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन देकर छोटे ठेकेदारों के हित में नई आबकारी नीति को रद्द करने की मांग की है.