डूंगरपुर. जिले के बिछीवाड़ा थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आगरा से गुजरात जा रही एक ट्रैवल्स बस से 1000 किलो से ज्यादा चांदी (illegal silver recovered from bus in Dungarpur) पकड़ी है. ये चांदी बस में तहखाना बनाकर रखी गई थी. पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है, लेकिन चांदी किसकी है इसका पता नहीं लग सका है.
डीएसपी राकेश कुमार शर्मा ने बताया की श्रीनाथ ट्रैवल्स की बस को रविवार सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर नेशनल हाईवे 48 पर रतनपुर बॉर्डर पर पकड़ा था. शुरुआत के समय तलाशी में बस में कुछ भी नहीं मिला, लेकिन बस के नीचे की तरफ खंगाला तो पीछे के टायर के नीचे मोडिफाई बॉक्स नजर आया. इसी बॉक्स में तस्करी का संदेह हुआ तो पुलिस ने उसे खुलवाया. बस में सीटों के नीचे और टायरों के बीच तहखाने की तरह बने बॉक्स में कई तरह के कार्टून मिले. छोटे-बड़े करीब 70 ज्यादा पैकेट मिले. ड्राइवर और खलासी ने उसमें सोना, चांदी और मोती होना बताया.
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पुलिस ने इन पैकेट को खोलकर देखा तो सोने-चांदी के जेवरात, चांदी की मूर्तियां और दूसरे सामान समेत भारी सामान मिला. डीएसपी राकेश कुमार ने बताया कि पकड़े गए सामान को तौलने और गिनती करने में 10 घंटे से ज्यादा वक्त लग गया. रात करीब 11 बजे तक गिनती पूरी हुई और पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया. डीएसपी ने बताया की 1321 किलो चांदी, 173 किलो 923 ग्राम मोती, 202 किलो 432 किलो नग, 210 ग्राम सोना समेत 56 लाख रुपए कैश बरामद किए हैं.
ड्राइवर, खलासी और क्लीनर डिटेन: पुलिस ने करोड़ों का सोना, चांदी, मोती और कैश के बारे में ड्राइवर, खलासी और क्लीनर से पूछताछ की तो वे भी कोई जवाब नहीं दे सके. इस पर पुलिस ने धर्मेंद्र सिंह पुत्र शेर सिंह परमार निवासी रेवियापुरा थाना बसेड़ी धौलपुर, लकदीर पुत्र मगन रेबारी निवासी अमरावाडी अहमदाबाद, नारायणलाल पुत्र अमरा खराड़ी निवासी झिंझवा उपला बिछीवाड़ा को डिटेन किया है. पुलिस उनसे सोने-चांदी के साथ हीरे, मोती और लाखों के केश के बारे में पूछताछ कर रही है. वहीं, 6 मई को इसी बस से उदयपुर पुलिस ने भी 1222 किलो से ज्यादा की चांदी पकड़ी थी. इसके ठीक दो दिन बाद फिर से यही बस करोड़ों की चांदी भरकर तस्करी के लिए ले आई.