डूंगरपुर. जिले के ग्राम पंचायत सहायक संघ ने पंचायत सहायकों को नियमित करने (Gram Panchayat Sahayak protest in Dungarpur) सहित अन्य मांगो को लेकर गुरुवार को कलेक्ट्रेट के बाहर अनूठा प्रदर्शन किया. ग्राम पंचायत सहायकों ने कलेक्ट्रेट के बाहर मुर्गा बनते हुए अपनी मांगो को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं जिला कलेक्टर को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में संघ ने पंचायत सहायकों को संविदा सेवा नियम 2022 में अडॉप्ट कर नियमित करने की मांग की (Gram Panchayat Sahayak demand of regularization) है.
जिले के ग्राम पंचायत सहायक संघ के जिला अध्यक्ष जितेन्द्र मेहता के नेतृत्व में पंचायत सहायक कलेक्ट्रेट पर एकत्रित हुए. इस दौरान पंचायत सहायकों ने संविदा सेवा नियम 2022 में अडॉप्ट कर उन्हें नियमित करने की मांग को लेकर मुर्गा बन अनूठा प्रदर्शन किया. साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. जितेन्द्र मेहता ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने घोषणा पत्र में ग्राम पंचायत सहायकों को नियमित करने का वादा किया था.
इसी प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने संविदा सेवा नियम 2022 बनाने व ग्राम पंचायत सहायक को अडॉप्ट की प्रक्रिया में डालने के लिए शिक्षा निदेशालय बीकानेर ने एक प्रस्ताव 13 मई को बनाकर सरकार के पास भेजा था. लेकिन 25 मई को अडॉप्ट प्रक्रिया और 15 जून को स्क्रीनिंग की अंतिम तारीख निकलने के बाद भी सरकार ने उस प्रस्ताव पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. जिसके चलते प्रदेश के 27 हजार पंचायत सहायकों में सरकार के खिलाफ रोष है. कलेक्टर को सीएम के नाम सौंपे ज्ञापन में संघ ने जुलाई माह में 27 हजार पंचायत सहायकों को संविदा सेवा नियमों के अंदर अडॉप्ट कर नियमित करने की मांग की है. वहीं मांग पूरी नहीं होने पर अगस्त में आन्दोलन की चेतावनी दी है.