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लोगों में नहीं बंटी तो एक्सपायरी होने के बाद फेंकी सरकारी दवाइयां, CMHO का जिम्मेदारों पर कार्रवाई का भरोसा

डूंगरपुर में भारी मात्रा में सरकारी दवाइयां के जलाने और फेंकने का मामला सामने आया है. ऐसे में बताया जा रहा है, कि स्वास्थ्य विभाग को यह सारी दवाइयां बांटने को मिली थी, लेकिन विभाग से जब यह दवाइयां नहीं बंटी तो एक्सपायरी होने के बाद इसे जला दिया.

खुले में मिली दवाइयां,  Government medicine thrown
सरकारी दवाइयां फेंकी
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Published : Feb 23, 2020, 9:47 PM IST

डूंगरपुर. जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को बांटने के लिए दवाइयां आईं थीं. जब उनसे दवाइयां नहीं बंटी तो विभाग ने एक्सपायरी होने पर उसे खुले में फेंक दिया और सभी को जला दिया. ऐसे में इस पूरे मामले में सीएमएचओ ने जांच कर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.

सरकारी दवाइयां फेंकी

रविवार शाम को कुछ लोगों ने माथुगामड़ा रोड पर स्थित कृषि उपजमंडी के पास खाली पड़ी जमीन पर भारी मात्रा में सरकारी दवाइयों को फेंका हुआ और जला हुआ देखा. इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना चिकित्सा विभाग को दी. जिस पर सीएमएचओ डॉ महेंद्र परमार, जिला औषधि नियंत्रण अधिकारी डॉ. लोकेश परमार मौके पर पहुंचे.

पढ़ेंः विधानसभा में 43 विधायक बने 'मौनी बाबा', नहीं पूछा जनता से जुड़ा एक भी सवाल

वहीं मौके पर भारी मात्रा में दवाइयों को फेंककर आग लगाई गई थी, लेकिन भारी मात्रा में दवाइयां अधजली पड़ी मिलीं. वहीं भारी मात्रा में दवाइयां जली पड़ी थीं, जिसमें सिरप, टैबलेट, इंजेक्शन, ट्यूब जैसी दवाइयां शामिल थी.

सीएमएचओ ने बताया, कि फेंकी गई सभी दवाइयां अवधि पार हो चुकी हैं, जिनकी एक्सपायरी 2016 से 2018 के बीच की है. सीएमएचओ ने यह भी बताया, कि दवाइयों के अवधि पार हो जाने के बाद हर अस्पताल में दवा निस्तारण के लिए कमेटियां बनी हुईं हैं.

पढ़ेंः स्पेशल स्टोरीः 'जैसल मेरा' से भीषण गर्मी में भी सैलानियों को लुभाएगा जैसलमेर, दूर होगा 'सन्नाटा'

जिनका नियमानुसार निस्तारण करना होता है, लेकिन दवाइयों को खुले में फेंकना गलत है. सीएमएचओ ने दवाइयों को जब्त करते हुए उनके बैच नंबर के आधार पर जांच करते हुए जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.

डूंगरपुर. जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को बांटने के लिए दवाइयां आईं थीं. जब उनसे दवाइयां नहीं बंटी तो विभाग ने एक्सपायरी होने पर उसे खुले में फेंक दिया और सभी को जला दिया. ऐसे में इस पूरे मामले में सीएमएचओ ने जांच कर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.

सरकारी दवाइयां फेंकी

रविवार शाम को कुछ लोगों ने माथुगामड़ा रोड पर स्थित कृषि उपजमंडी के पास खाली पड़ी जमीन पर भारी मात्रा में सरकारी दवाइयों को फेंका हुआ और जला हुआ देखा. इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना चिकित्सा विभाग को दी. जिस पर सीएमएचओ डॉ महेंद्र परमार, जिला औषधि नियंत्रण अधिकारी डॉ. लोकेश परमार मौके पर पहुंचे.

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वहीं मौके पर भारी मात्रा में दवाइयों को फेंककर आग लगाई गई थी, लेकिन भारी मात्रा में दवाइयां अधजली पड़ी मिलीं. वहीं भारी मात्रा में दवाइयां जली पड़ी थीं, जिसमें सिरप, टैबलेट, इंजेक्शन, ट्यूब जैसी दवाइयां शामिल थी.

सीएमएचओ ने बताया, कि फेंकी गई सभी दवाइयां अवधि पार हो चुकी हैं, जिनकी एक्सपायरी 2016 से 2018 के बीच की है. सीएमएचओ ने यह भी बताया, कि दवाइयों के अवधि पार हो जाने के बाद हर अस्पताल में दवा निस्तारण के लिए कमेटियां बनी हुईं हैं.

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जिनका नियमानुसार निस्तारण करना होता है, लेकिन दवाइयों को खुले में फेंकना गलत है. सीएमएचओ ने दवाइयों को जब्त करते हुए उनके बैच नंबर के आधार पर जांच करते हुए जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.

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