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डूंगरपुर : किसानों को मानसून का इंतजार, तालाब व बांध सूखने के कगार पर - डूंगरपुर मौसम

डूंगरपुर में किसानों को मानसून की बारिश का इन्तजार है. जिले के जल संसाधन विभाग के अधीन आने वाले 22 बांधों में से 16 बांध अभी खाली हैं. ऐसी स्थिति में किसानों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

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डूंगरपुर में किसानों को मानसून का इंतजार
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Published : Jul 2, 2020, 12:08 PM IST

डूंगरपुर. जिले में मानसून की बारिश का इन्तजार है. डूंगरपुर शहर सहित जिले के इक्के-दुक्के तालाब या बांध को छोड़ दें तो जल संसाधन विभाग के अधीन आने वाले 22 बांधों में से 16 बांध अभी खाली है. वहीं, शेष बांधों में भी थोड़ा ही पानी मौजूद है. समय पर बारिश नहीं होने से जहा सिंचाई विभाग चिंतित हैं. वहीं, खरीफ की बुवाई कर चुके किसानों को भी चिंता सता रही है.

डूंगरपुर में किसानों को मानसून का इंतजार

प्रदेश के अन्य जिलों में मानसून सक्रिय हो चुका है, लेकिन डूंगरपुर की धरती सुखी है. जल संसाधन विभाग के सभी तालाब या तो सुख गए हैं या उनमें नाम मात्र का ही पानी बचा है, जो पेयजल के लिए रिजर्व कर दिया गया है. डूंगरपुर जिले में मानसून 15 जून तक प्रतिवर्ष सक्रिय हो जाता है, लेकिन इस बार जून का पूरा माह खत्म होने को है और कई दिनों से छाए बादलों के बरसने का इंतजार है.

यह भी पढ़ें- कम पढ़ा-लिखा होने के बाद भी ब्राह्मण बैराड़ा पंचायत में रहने वाले लोगों के हौसले बुलंद, कोरोना से ऐसे लड़ रहे जंग

अरब सागर का मानसून प्रदेश में डूंगरपुर के रास्ते ही दाखिल हुआ, लेकिन बिना बरसे आगे बढ़ गया. हालांकि, कुछ मामूली बारिश हुई, लेकिन भीषण गर्मी से तपती धरती भी अभी प्यासी है. कुछ दिन और बारिश नहीं हुई तो धरतीपुत्रों और पशुपालकों के लिए संकट खड़ा हो जायेगा. वहीं पेयजल संकट से भी आमजन को दो-दो हाथ करने पड़ेंगे.

डूंगरपुर जिले के प्रमुख जलाशयों की स्थिति...

  • सोमकमला आम्बा का भरावा क्षमता 13 मीटर है, जबकि वर्तमान में 10.25 मीटर पानी है.
  • बाबा का बार का भरावा क्षमता 5.50 मीटर है, अब अंतिम स्तर तक पहुंच गया है.
  • गजपुर का भरावा क्षमता 9.75 मीटर है, जबकि वर्तमान में 3 मीटर पानी है.
  • लोडेश्वर बांध का भरावा क्षमता 8.93 मीटर है, जबकि वर्तमान में 4.40 मीटर पानी है.
  • वात्रक का भरावा क्षमता 4.72 मीटर है, अब अंतिम स्तर तक पहुंच गया है.
  • आकरसोल का नाका का भरावा क्षमता 9 मीटर है, जबिक वर्तमान में 1 मीटर पानी है.
  • भै का नाका का भरावा क्षमता 10.07 मीटर है, जबकि वर्तमान में 0.30 मीटर पानी है.
  • पूंजपुर का भरावा क्षमता 3.82 मीटर है, जबकि वर्तमान में 2.60 मीटर पानी है.
  • बोडीगामा का भरावा क्षमता 4.50 मीटर है, जबकि वर्तमान में 0.10 मीटर पानी है.
  • मारगीया का भरावा क्षमता 8.85 मीटर है, जबिक वर्तमान में 4.85 मीटर पानी है.
  • मेवाड़ा का भरावा क्षमता 7.80 मीटर है, जबकि वर्तमान में 2.0 मीटर पानी है.
  • अमरपुरा का भरावा क्षमता 6.40 मीटर है, जबकि वर्तमान में 2.50 मीटर पानी है.
  • घोड़ियो का नाका का भरावा क्षमता 8.50 मीटर है, जबकि वर्तमान में 3.20 मीटर पानी है.

डूंगरपुर. जिले में मानसून की बारिश का इन्तजार है. डूंगरपुर शहर सहित जिले के इक्के-दुक्के तालाब या बांध को छोड़ दें तो जल संसाधन विभाग के अधीन आने वाले 22 बांधों में से 16 बांध अभी खाली है. वहीं, शेष बांधों में भी थोड़ा ही पानी मौजूद है. समय पर बारिश नहीं होने से जहा सिंचाई विभाग चिंतित हैं. वहीं, खरीफ की बुवाई कर चुके किसानों को भी चिंता सता रही है.

डूंगरपुर में किसानों को मानसून का इंतजार

प्रदेश के अन्य जिलों में मानसून सक्रिय हो चुका है, लेकिन डूंगरपुर की धरती सुखी है. जल संसाधन विभाग के सभी तालाब या तो सुख गए हैं या उनमें नाम मात्र का ही पानी बचा है, जो पेयजल के लिए रिजर्व कर दिया गया है. डूंगरपुर जिले में मानसून 15 जून तक प्रतिवर्ष सक्रिय हो जाता है, लेकिन इस बार जून का पूरा माह खत्म होने को है और कई दिनों से छाए बादलों के बरसने का इंतजार है.

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अरब सागर का मानसून प्रदेश में डूंगरपुर के रास्ते ही दाखिल हुआ, लेकिन बिना बरसे आगे बढ़ गया. हालांकि, कुछ मामूली बारिश हुई, लेकिन भीषण गर्मी से तपती धरती भी अभी प्यासी है. कुछ दिन और बारिश नहीं हुई तो धरतीपुत्रों और पशुपालकों के लिए संकट खड़ा हो जायेगा. वहीं पेयजल संकट से भी आमजन को दो-दो हाथ करने पड़ेंगे.

डूंगरपुर जिले के प्रमुख जलाशयों की स्थिति...

  • सोमकमला आम्बा का भरावा क्षमता 13 मीटर है, जबकि वर्तमान में 10.25 मीटर पानी है.
  • बाबा का बार का भरावा क्षमता 5.50 मीटर है, अब अंतिम स्तर तक पहुंच गया है.
  • गजपुर का भरावा क्षमता 9.75 मीटर है, जबकि वर्तमान में 3 मीटर पानी है.
  • लोडेश्वर बांध का भरावा क्षमता 8.93 मीटर है, जबकि वर्तमान में 4.40 मीटर पानी है.
  • वात्रक का भरावा क्षमता 4.72 मीटर है, अब अंतिम स्तर तक पहुंच गया है.
  • आकरसोल का नाका का भरावा क्षमता 9 मीटर है, जबिक वर्तमान में 1 मीटर पानी है.
  • भै का नाका का भरावा क्षमता 10.07 मीटर है, जबकि वर्तमान में 0.30 मीटर पानी है.
  • पूंजपुर का भरावा क्षमता 3.82 मीटर है, जबकि वर्तमान में 2.60 मीटर पानी है.
  • बोडीगामा का भरावा क्षमता 4.50 मीटर है, जबकि वर्तमान में 0.10 मीटर पानी है.
  • मारगीया का भरावा क्षमता 8.85 मीटर है, जबिक वर्तमान में 4.85 मीटर पानी है.
  • मेवाड़ा का भरावा क्षमता 7.80 मीटर है, जबकि वर्तमान में 2.0 मीटर पानी है.
  • अमरपुरा का भरावा क्षमता 6.40 मीटर है, जबकि वर्तमान में 2.50 मीटर पानी है.
  • घोड़ियो का नाका का भरावा क्षमता 8.50 मीटर है, जबकि वर्तमान में 3.20 मीटर पानी है.
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