डूंगरपुर. अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ डूंगरपुर की ओर से गुरुवार को कलेक्ट्रेट पर विरोध जताते हुए कर्मचारी विरोधी लिए गए समस्त निर्णय को वापस लेने सहित 6 सूत्री मांगों को रखा है. कर्मचारी संघ ने प्रधानमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष धनेश्वर पंड्या ने बताया कि देशव्यापी आह्नान के तहत कर्मचारी संगठन की ओर से विरोध प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान दिलाया जा रहा है. पंड्या ने बताया कि कोविड महामारी में कर्मचारी भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उनके लिए किसी तरह की सुरक्षा के कोई संसाधन उपलब्ध नहीं है. दूसरी ओर सरकार के कई कर्मचारी विरोधी निर्णय से भी परेशानी हो रही है.
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अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ की कर्मचारी महासंघ की 6 सूत्री मांग
- कर्मचारियों के DA वृद्धि पर लगाई रोक के आदेश को तुरंत वापस लिया जाए.
- वेतन और भत्तों में कटौती के साथ अर्जित अवकाश के नकदीकरण पर रोक को वापस लिया जाए.
- न्यू पेंशन स्कीम को समाप्त कर पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया जाए.
- अस्थाई और संविदा कर्मचारियों को नियमित करने और सरकारी विभागों के समस्त रिक्त पदों को जल्द भरा जाए.
- कामगार विरोधी श्रम कानून संशोधनों को रद्द किया जाए, बिजली और शिक्षा जैसे अन्य क्षेत्रों के निजीकरण पर रोक लगाई जाए.
- कोरोना महामारी में काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ समस्त कर्मचारियों को बीमा का लाभ देने की मांग.