डूंगरपुर. तकनीकी शिक्षा लेने वाले विद्यार्थियों के लिए अब राहत भरी खबर है. जिले में अब जल्द ही नया आईटीआई शुरू होने की उम्मीद है. इसके लिए निदेशालय तकनीकी शिक्षा की ओर से आईटीआई निर्माण कार्यो को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है और आने वाले समय में जल्द ही आईटीआई के शुरू होने की संभावना है.
बता दें कि तत्कालीन राज्य सरकार ने जनजाति बहुल जिले में 8 नई आईटीआई की घोषणा थी. ऐसे में किए गए वादे के 5 साल गुजरजाने के बाद भी आईटीआई के खुद के भवन नहीं होने की समस्या को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उजागर किया था. इसे लेकर 16 अक्टूबर को खबर प्रकाशित कर मामला प्रशासन और सरकार के ध्यान में लाया था.
ईटीवी भारत की खबर के बाद आईटीआई प्रशासन ने मामले में कार्रवाई करते हुए अधूरे भवनों के जल्द निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश जारी किए. तकनीकी शिक्षा निदेशालय जोधपुर ने एक पत्र जारी कर डूंगरपुर में नए आईटीआई भवनों के निर्माण कार्यों की स्थिति भेजने के निर्देश दिए. इससे जिले में इन नई आईटीआई को जल्द ही अपने भवन मिलने की उम्मीद जगी है.
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आईटीआई अधीक्षक कनकमल जैन ने बताया कि जिले में 8 आईटीआई स्वीकृत है, जिसमे से अभी 4 आईटीआई झोथरी, आसपुर, गलियाकोट और चिखली के भवन तैयार हो चुके है, लेकिन उनके 5 प्रतिशत काम अभी भी बाकी है, जिसे जल्द पूरा करवाने के निर्देश दिए गए है.
इसके बाद तकनीकी शिक्षा निदेशालय से हरी झंडी मिलते ही उनमें आईटीआई की कक्षाएं शुरू हो जाएगी. इन आईटीआई में नए साल में कक्षाएं शुरू होने की उम्मीद है. बता दे कि इन दोनों ही आईटीआई में इलेक्ट्रिशियन के एक-एक ट्रेड में छात्रों को एडमिशन दिए गए है, लेकिन उनके भवन नहीं होने के कारण इनमें प्रवेश लेने वाले छात्रों को डूंगरपुर आईटीआई में पढ़ाई करवाई जा रही है. इन आईटीआई के शुरू होने से छात्रों को आने-जाने की समस्या से राहत मिलेगी.
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गौरतलब है कि डूंगरपूर जिले में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए तत्कालीन भाजपा सरकार ने 8 आईटीआई की घोषणा की थी. प्रत्येक आईटीआई के भवन निर्माण और उपकरण खरीद के लिए 9-9 करोड़ रुपये का बजट दिया गया, लेकिन 5 साल बाद भी आईटीआई के भवन बनकर तैयार नहीं हुए. जिस कारण आईटीआई शुरू नहीं हुई. लेकिन 8 में से 7 आईटीआईके छात्रों को प्रवेश देकर पढ़ाई डूंगरपुर और सागवाड़ा आईटीआई में करवाई जा रही है, जिससे छात्रों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.