डूंगरपुर. कोरोना संक्रमण की इस कठिन घड़ी में पुलिस और प्रशासन मुस्तैदी से आम जनता के हित के लिए दिन रात काम कर रही है. लॉकडाउन के चलते प्रशासन अलग अलग तरीकों से लोगों को खाद्य सामग्री और जरुरी वस्तुएं पहुंचाने में लगी है. लेकिन वहीं कुछ लोग लॉकडाउन की इन व्यवस्थाओं को अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल कर रहा है. ऐसा ही एक मामला जिले के सदर थाना क्षेत्र के डचकी गांव का सामने आय यही. जहां युवकों ने सम्पर्क पोर्टल पर खाने के लिए राशन नहीं होने का झूठा परिवाद दर्ज कराया है. लेकिन जब प्रशासन के अधिकारीयों ने उनके घर का मुआयना किया, तब घर से सालभर का राशन भरा मिला. जिस पर सदर थाना पुलिस ने झूठा परिवाद दर्ज करवाने पर दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है.
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वहीं सदर थानाधिकारी कैलाश सोनी ने बताया की डचकी निवासी रामलाल ने राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर घर में राशन नहीं होने का ऑनलाइन परिवाद दर्ज किया था. जिसके बाद प्रशासन की एक टीम रामलाल के घर पहुंची. प्रशासन ने रामलाल के घर के हालात का जायजा लिया. रामलाल ने पोर्टल पर जिस तरह के हालात बताए थे, उसके उलट रामलाल के घर पर भारी मात्रा में राशन ओर खाद्य सामग्री भरी हुई थी.
उन्होंने बताय की घर पर रखे सामान की जांच करने पर 10 क्विंटल गेंहू, 2 क्विंटल चना, मक्का, तेल सभी खाद्यान्न सामग्री मौजूद थी. जिस पर रामलाल ने बताया की उसके पडोसी के कहने पर उसने संपर्क पोर्टल पर परिवाद दर्ज करवाया था. इस पर पुलिस ने संपर्क पोर्टल पर झूठी शिकायत करने और सरकारी मशीनरी को बेवजह परेशान करने पर सदर थाने में केस दर्ज करते हुए आरोपी रामलाल और उसके पडोसी को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि पूर्व में भी इसी तरह की झूठी शिकायत प्रशासन के पास आई थी, जिसमे खाद्य सामग्री में नहीं होने की शिकायत की गई थी, लेकिन मौके पर जांच के दौरान खाद्य सामग्री उपलब्ध होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है.