डूंगरपुर. लॉकडाउन की वजह से कोई भी गरीब या जरूरतमंद भूखा ना रहे. इसलिए डूंगरपुर जिला प्रशासन ने भी कदम उठाना शुरू कर दिए हैं. प्रशासन अब जिला मुख्यालय सहित हर ब्लॉक में फूड बैंक खोलेगा, जहां से जरूरतमंद लोगों को भोजन के पैकेट पहुंचाए जाएंगे. इसके लिए प्रशासन मिड डे मील को एक बार फिर शुरू करेगा. लेकिन, इस बार खाना जरूरतमंद लोगों के लिए बनेगा. साथ ही इसके लिए भामाशाहों और स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाएगा.
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फूड बैंक को लेकर जिला कलेक्टर कानाराम ने बताया कि जिले में अभी कई भामाशाह और स्वयंसेवी संस्थाएं हैं, जो गरीब और जरूरतमंद को भोजन के पैकेट पंहुचा रहे हैं. लेकिन, पता चला है एक ही इलाके में 2 से 3 संस्थाएं खाना पंहुचा रही है. इससे कई इलाकों में जरूरतमंद लोग भोजन से वंचित रह जाते हैं. इसके लिए अब प्रशासन जरूरतमंद लोगों को चिन्हित कर रहा है और उन लोगों तक खाना पहुचाने का प्रयास किया जा रहा है.
कलेक्टर ने बताया कि इसके लिए जिला मुख्यालय पर बड़े स्तर पर फूड बैंक तैयार किया जाएगा. वहीं, जिले के हर ब्लॉक में भी एक फूड बैंक होगा. जिले में जितनी भी संस्थाएं या भामाशाह खाना पंहुचा रहे हैं, उनका फूड बैंक में रजिस्ट्रेशन होगा. वो या तो फ़ूड बैंक में खाना देंगे या वो सीधे भी देना चाहे तो उन्हें जरूरतमंद लोगों की सूची के साथ ही एरिया दे दिया जाएगा, जिससे वो उसी क्षेत्र में भोजन के पैकेट वितरित करें और दूसरी संस्थाओं को दूसरे इलाके दिए जाएंगे. इससे हर जरूरतमंद तक खाना पंहुचेगा.
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कलेक्टर ने ये भी बताया की स्कूलों में संचालित मिड-डे मील को एक बार फिर शुरू किया जाएगा. लेकिन, इस बार मिड डे मील का भोजन जरूरतमंद लोगों के लिए बनेगा. जिन लोगों तक किसी भी तरीके से खाना नहीं पहुंच रहा है. उस लोगों तक मिड डे-मील के जरिेए भोजन को पंहुचाने की तैयारी है. कलेक्टर ने कहा कि इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है और जल्द ही काम भी शुरू कर दिया जाएगा.
बता दें कि जिले में नगर परिषद और रोटी बैंक की ओर से पहले से ही 500 से ज्यादा लोगों को भोजन पैकेट पहुंचाए जा रहे हैं. इसके अलावा मुस्कान संस्थान और एमएमबी ग्रुप भी काम कर रहे हैं.