ETV Bharat / state

रीट परीक्षा में चीटः फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले ई-मित्र संचालक को पकड़कर लाई बाड़मेर पुलिस, धंबोला पुलिस ने किया गिरफ्तार

डूंगरपुर में रीट परीक्षा को लेकर फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले बाड़मेर के ई-मित्र संचालक को पकड़कर धंबोला थाना पुलिस को सौंप दिया गया. आरोपी शिक्षक के पास 12 लाख 17 हाजर रुपए कैश, साढ़े 7 लाख रुपए का एक चेक और अन्य ब्लैंक चेक मिले थे.

फर्जी आधार कार्ड बनाने वाला आरोपी, accused of making fake aadhar card
फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले ई-मित्र संचालक
author img

By

Published : Sep 27, 2021, 9:09 PM IST

Updated : Sep 27, 2021, 10:08 PM IST

डूंगरपुर. रीट परीक्षा के बाद भी फर्जीवाड़े के खुलासे में पुलिस की जांच जारी है. फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले बाड़मेर जिले के ई-मित्र संचालक को पकड़कर बाड़मेर पुलिस डूंगरपुर आ गई और धंबोला थाना पुलिस को सौंप दिया. वहीं पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते हुए पूछताछ शुरू कर दी है.

पढ़ेंः रीट में कैसी-कैसी 'चीट' : 1 लाख में परीक्षा देने डमी कैंडीडेट UP से बहरोड़ आया..गफलत में असली परीक्षार्थी भी उसी सेंटर पहुंचा, दोनों गिरफ्तार

धंबोला थानाधिकारी भैयालाल ने बताया कि 23 सितंबर को पीठ कस्बे में एक कॉम्पलेक्स के एक कमरे पर कार्रवाई करते हुए शिक्षक भंवरलाल जाट को गिरफ्तार किया था. आरोपी शिक्षक के पास 12 लाख 17 हाजर रुपए कैश, साढ़े 7 लाख रुपए का एक चेक और अन्य ब्लैंक चेक मिले थे.

आरोपी शिक्षक के पास से बड़ी संख्या में रीट परीक्षा के आवेदन पत्र, फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज के साथ एक डायरी भी मिली थी. जिसमें रीट समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं में असली परीक्षार्थी की जगह डमी परीक्षार्थी बैठाने की एवज में 10 से 12 लाख रुपये तक वसूलने के मामला सामने आया था.

मामले में गिरफ्तार शिक्षक भंवरलाल ने बताया था कि रीट परीक्षा में डमी परीक्षार्थी को बैठाने के लिए आधार कार्ड बाड़मेर निवासी ई मित्र संचालक हरीश जाट करता था. थानाधिकारी ने बताया कि बाड़मेर पुलिस ने दबिश देकर ई-मित्र संचालक हरीश जाट को जकड़ लिया था. उसके ई-मित्र केंद्र और तलाशी में 500 से ज्यादा आधार कार्ड मिले. हालांकि इसमें से कितने आधार कार्ड फर्जी तरीके से बनाए इसकी जांच पुलिस की ओर से की जा रही है.

बाड़मेर पुलिस की एक टीम सोमवार देर शाम को ई-मित्र संचालक भंवरलाल जाट को लेकर डूंगरपुर पंहुची. इसके बाद फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले हरीश जाट को धंबोला थाना पुलिस को सुपुर्द कर दिया. धंबोला पुलिस ने हरीश जाट को गिरफ्तार करते हुए उसे पूछताछ कर रही है.

मुख्य आरोपी भंवरलाल जाट रिमांड पर, उससे पूछताछ जारी

थानाधिकारी ने बताया कि फर्जी परीक्षार्थी बैठाने के मुख्य आरोपी शिक्षक भंवरलाल जाट को कोर्ट ने 6 दिन के रिमांड पर सौंपा हुआ है. पुलिस आरोपी शिक्षक से पूछताछ कर रही है.

पढ़ें- राजस्थान प्री-डीएलएड का परिणाम जारी, परीक्षा में करीब 4 लाख 33 हजार परीक्षार्थी हुए थे शामिल

थानाधिकारी ने बताया की आरोपी से कितने परीक्षार्थियों को इस तरह से अपने झांसे में फंसाया ओर बदले में परीक्षा दिलवाई ओर उनसे कितने रुपये लिए गए उनकी पड़ताल की जा रही है. वहीं शिक्षक के पास से मिली डायरी में लिखे नामों वाले अभ्यर्थियों को भी बुलाकर उनसे भी अलग-अलग पूछताछ की जा रही है.

डमी परीक्षार्थी बैठाने पैसे देने वाले 4 आरोपियों को जेल भेजा

पुलिस ने मामले में रीट व कृषि पर्यवेक्षक परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थी बैठाने के एवज में मुख्य आरोपी शिक्षक भंवरलाल को रुपये देने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. चारों आरोपी परीक्षार्थी सोहनलाल, सूरजमल, शिवराज और मनोज को गिरफ्तार कर 2 दिन के रिमांड पर लिया था. सोमवार को चारों आरोपियों के रिमांड खत्म होने पर आज कोर्ट में पेश किया गया, यहां से कोर्ट ने चारों को जेल भेज दिया है.

डूंगरपुर. रीट परीक्षा के बाद भी फर्जीवाड़े के खुलासे में पुलिस की जांच जारी है. फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले बाड़मेर जिले के ई-मित्र संचालक को पकड़कर बाड़मेर पुलिस डूंगरपुर आ गई और धंबोला थाना पुलिस को सौंप दिया. वहीं पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते हुए पूछताछ शुरू कर दी है.

पढ़ेंः रीट में कैसी-कैसी 'चीट' : 1 लाख में परीक्षा देने डमी कैंडीडेट UP से बहरोड़ आया..गफलत में असली परीक्षार्थी भी उसी सेंटर पहुंचा, दोनों गिरफ्तार

धंबोला थानाधिकारी भैयालाल ने बताया कि 23 सितंबर को पीठ कस्बे में एक कॉम्पलेक्स के एक कमरे पर कार्रवाई करते हुए शिक्षक भंवरलाल जाट को गिरफ्तार किया था. आरोपी शिक्षक के पास 12 लाख 17 हाजर रुपए कैश, साढ़े 7 लाख रुपए का एक चेक और अन्य ब्लैंक चेक मिले थे.

आरोपी शिक्षक के पास से बड़ी संख्या में रीट परीक्षा के आवेदन पत्र, फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज के साथ एक डायरी भी मिली थी. जिसमें रीट समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं में असली परीक्षार्थी की जगह डमी परीक्षार्थी बैठाने की एवज में 10 से 12 लाख रुपये तक वसूलने के मामला सामने आया था.

मामले में गिरफ्तार शिक्षक भंवरलाल ने बताया था कि रीट परीक्षा में डमी परीक्षार्थी को बैठाने के लिए आधार कार्ड बाड़मेर निवासी ई मित्र संचालक हरीश जाट करता था. थानाधिकारी ने बताया कि बाड़मेर पुलिस ने दबिश देकर ई-मित्र संचालक हरीश जाट को जकड़ लिया था. उसके ई-मित्र केंद्र और तलाशी में 500 से ज्यादा आधार कार्ड मिले. हालांकि इसमें से कितने आधार कार्ड फर्जी तरीके से बनाए इसकी जांच पुलिस की ओर से की जा रही है.

बाड़मेर पुलिस की एक टीम सोमवार देर शाम को ई-मित्र संचालक भंवरलाल जाट को लेकर डूंगरपुर पंहुची. इसके बाद फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले हरीश जाट को धंबोला थाना पुलिस को सुपुर्द कर दिया. धंबोला पुलिस ने हरीश जाट को गिरफ्तार करते हुए उसे पूछताछ कर रही है.

मुख्य आरोपी भंवरलाल जाट रिमांड पर, उससे पूछताछ जारी

थानाधिकारी ने बताया कि फर्जी परीक्षार्थी बैठाने के मुख्य आरोपी शिक्षक भंवरलाल जाट को कोर्ट ने 6 दिन के रिमांड पर सौंपा हुआ है. पुलिस आरोपी शिक्षक से पूछताछ कर रही है.

पढ़ें- राजस्थान प्री-डीएलएड का परिणाम जारी, परीक्षा में करीब 4 लाख 33 हजार परीक्षार्थी हुए थे शामिल

थानाधिकारी ने बताया की आरोपी से कितने परीक्षार्थियों को इस तरह से अपने झांसे में फंसाया ओर बदले में परीक्षा दिलवाई ओर उनसे कितने रुपये लिए गए उनकी पड़ताल की जा रही है. वहीं शिक्षक के पास से मिली डायरी में लिखे नामों वाले अभ्यर्थियों को भी बुलाकर उनसे भी अलग-अलग पूछताछ की जा रही है.

डमी परीक्षार्थी बैठाने पैसे देने वाले 4 आरोपियों को जेल भेजा

पुलिस ने मामले में रीट व कृषि पर्यवेक्षक परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थी बैठाने के एवज में मुख्य आरोपी शिक्षक भंवरलाल को रुपये देने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. चारों आरोपी परीक्षार्थी सोहनलाल, सूरजमल, शिवराज और मनोज को गिरफ्तार कर 2 दिन के रिमांड पर लिया था. सोमवार को चारों आरोपियों के रिमांड खत्म होने पर आज कोर्ट में पेश किया गया, यहां से कोर्ट ने चारों को जेल भेज दिया है.

Last Updated : Sep 27, 2021, 10:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.