डूंगरपुर. केंद्र सरकार की ओर से लाए गए 3 किसान विधेयकों का कांग्रेस ने विरोध शुरू कर दिया है. केंद्र सरकार द्वारा लाए गए इन विधेयकों के खिलाफ डूंगपुर जिला कांग्रेस कमेटी ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार को पूंजीपतियों की सरकार बताते हुए कई गंभीर आरोप लगाए, साथ ही किसान विरोधी कृषि विधेयक को वापस लेने की मांग रखी.
बता दें कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर सोमवार को जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से जिला कलेक्ट्रेट के सामने धरना-प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसान विरोधी नीतियों को लागू कर किसानों का शोषण कर रही है.
पूर्व सांसद ने कहा कि, किसान आज जो खेती कर अपनी उपज बाजार में बेच रहा है, उससे किसानों को मुनाफा हो रहा है. लेकिन केंद्र सरकार नए विधेयक के जरिये किसानों को पूंजीपतियों के हाथों बेचने का काम कर रही है, जिससे किसानों का अपनी उपज पर से अधिकार नहीं रहेगा और किसान शोषण का शिकार होगा.
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वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव शंकर यादव ने कहा कि, केंद्र सरकार किसानों के खिलाफ जो कानून ला रही है, इससे किसान और अधिक प्रताड़ित होगा. किसानों को अपनी उपज को सही फायदा नहीं मिलेगा, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरने की बजाय उनकी हालत खराब हो जाएगी. इसी के विरोध के पूरे देशभर में किसान से लेकर मजदूर वर्ग सड़कों पर उतरा है और कांग्रेस पार्टी किसानों के अधिकारों व हक के लिए उनके साथ खड़ी है. उन्होंने विधेयक को वापस नहीं लेने पर देशभर में आंदोलन करने के चेतावनी दी है.