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डूंगरपुर नगर परिषद: सभापति पद के लिए कांग्रेस के पास नहीं है उम्मीदवार, निर्दलीय ने भरा नामांकन

डूंगरपुर नगर परिषद में बीजेपी का सभापति बनना लगभग तय माना जा रहा है. कांग्रेस के पास सभापति की उम्मीदवारी के लिए एक भी एसटी का दावेदार ही नहीं है.

Dungarpur Municipal Council Chairman,  Dungarpur Municipal Council
डूंगरपुर नगर परिषद में सभापति पद के लिए नामांकन
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Published : Feb 3, 2021, 1:24 AM IST

डूंगरपुर. निकाय चुनावों की मतगणना के बाद डूंगरपुर नगर परिषद में भाजपा के पास बहुमत का आंकड़ा है, लेकिन कांग्रेस के पास सभापति की उम्मीदवारी के लिए एक भी एसटी का दावेदार ही नहीं है. ऐसे में कांग्रेस से किसी उम्मीदवार के आने की संभावना ही नहीं है. वहीं केवल 1 वोट से पार्षद का चुनाव जीते बीटीपी समर्थित निर्दलीय ने सभापति के लिए नामांकन पेश किया है.

डूंगरपुर नगर परिषद में कुल 40 वार्ड है, जिसमें से 27 वार्डों में भाजपा ने जीत दर्ज करते हुए बहुमत हासिल है. ऐसे में भाजपा का सभापति बनना निश्चित माना जा रहा है. वहीं कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस के 6 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है, लेकिन इसमें से 1 भी एसटी उम्मीदवार नहीं है.

जबकि डूंगरपुर नगर परिषद में सभापति का पद इस बार एसटी के लिए रिजर्व है. ऐसे में अन्य किसी वर्ग का व्यक्ति सभापति के लिए नामांकन नहीं कर सकता है. ऐसी हालत में कांग्रेस का कोई उम्मीदवार सभापति के लिए नामंकित नहीं होगा.

पढ़ें- डूंगरपुर में सादगी से मनेगा इस बार बेणेश्वर मेला, न दुकानें लगेंगी, न ही रहेंगे मनोरंजन के साधन

नगर परिषद के वार्ड 23 से 1 वोट से चुनाव जीतने वाले बीटीपी समर्थित निर्दलीय मानशंकर ने सभापति पद के लिए नामांकन भरा है. नगर परिषद में बीटीपी समर्थित कुल 5 उम्मीदवार जीतकर आये है. ऐसे में अगर कांग्रेस निर्दलीय का समर्थन देती है तब भी जीतना मुश्किल है.

इधर, जिले के सागवाड़ा नगर पालिका में 22 पार्षदों के साथ कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत है. कांग्रेस से यहां नरेंद्र खोडनिया ने नामांकन भरा है. भाजपा से हरीश सोमपुरा और बीटीपी समर्थित निर्दलीय दिव्या अहारी ने सागवाड़ा नगर पालिका अध्यक्ष के लिए नामांकन भरा है. ऐसे में अब 7 फरवरी को अध्यक्ष और सभापति के लिए चुनाव होंगे.

डूंगरपुर. निकाय चुनावों की मतगणना के बाद डूंगरपुर नगर परिषद में भाजपा के पास बहुमत का आंकड़ा है, लेकिन कांग्रेस के पास सभापति की उम्मीदवारी के लिए एक भी एसटी का दावेदार ही नहीं है. ऐसे में कांग्रेस से किसी उम्मीदवार के आने की संभावना ही नहीं है. वहीं केवल 1 वोट से पार्षद का चुनाव जीते बीटीपी समर्थित निर्दलीय ने सभापति के लिए नामांकन पेश किया है.

डूंगरपुर नगर परिषद में कुल 40 वार्ड है, जिसमें से 27 वार्डों में भाजपा ने जीत दर्ज करते हुए बहुमत हासिल है. ऐसे में भाजपा का सभापति बनना निश्चित माना जा रहा है. वहीं कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस के 6 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है, लेकिन इसमें से 1 भी एसटी उम्मीदवार नहीं है.

जबकि डूंगरपुर नगर परिषद में सभापति का पद इस बार एसटी के लिए रिजर्व है. ऐसे में अन्य किसी वर्ग का व्यक्ति सभापति के लिए नामांकन नहीं कर सकता है. ऐसी हालत में कांग्रेस का कोई उम्मीदवार सभापति के लिए नामंकित नहीं होगा.

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नगर परिषद के वार्ड 23 से 1 वोट से चुनाव जीतने वाले बीटीपी समर्थित निर्दलीय मानशंकर ने सभापति पद के लिए नामांकन भरा है. नगर परिषद में बीटीपी समर्थित कुल 5 उम्मीदवार जीतकर आये है. ऐसे में अगर कांग्रेस निर्दलीय का समर्थन देती है तब भी जीतना मुश्किल है.

इधर, जिले के सागवाड़ा नगर पालिका में 22 पार्षदों के साथ कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत है. कांग्रेस से यहां नरेंद्र खोडनिया ने नामांकन भरा है. भाजपा से हरीश सोमपुरा और बीटीपी समर्थित निर्दलीय दिव्या अहारी ने सागवाड़ा नगर पालिका अध्यक्ष के लिए नामांकन भरा है. ऐसे में अब 7 फरवरी को अध्यक्ष और सभापति के लिए चुनाव होंगे.

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