डूंगरपुर. डूंगरपुर शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने का रास्ता साफ हो गया है. नगपरिषद के साथ चल रहे केबल विवाद का निपटारा हो गया है. शहर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए 3 साल पहले अभय कमांड सेंटर स्थापित किया गया था. लेकिन केबल बिछाने के विवाद के कारण सीसीटीवी कैमरे (Cctv Cameras) नहीं लगाए जा सके. इसकी वजह से अभय कमांड सेंटर शुरू नही हो पाया था.लंबे इंतजार के बाद शहर में केबल डालने का कार्य शुरू हो गया है. जल्द ही डूंगरपुर शहर 400 सीसीटीवी कैमरे (Cctv Cameras) की जद में आ जाएगा.
शहर के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगने के बाद अभय कमांड सेंटर पर बैठे पुलिसकर्मी पुरे शहर की निगरानी कर सकेंगे. एसपी सुधीर जोशी का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे लग जाने के बाद पूरा शहर तीसरी आंख की जद में रहेगा. अभय कमांड सेंटर से लोगों को मदद मिल सकेगी. उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे (Cctv Cameras) लगने से अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी. ट्रैफिक जाम की स्थिति पर भी निगरानी रहेगी.
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शहर में 3 साल से नगर परिषद और डीओआईटी के बीच चल रही अभय कमांड सेंटर की फाइल का निपटारा हो गया है. शहर में केबल बिछाने का काम भी चल रहा है. आगामी एक माह में ये काम पूरा होने की उम्मीद है. शहर में 400 कैमरे लग जाने से पुलिस की सीधी नजर शहर पर रहेगी. डूंगरपुर शहर में अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए साल 2018 में एसपी ऑफिस कैंपस में अभय कमांड सेंटर की स्थापना की गई थी. साथ ही पुरे शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए पोल भी स्थापित कर दिए गए थे.
पहले चरण में लगाए थे 80 सीसीटीवी कैमरे
पहले चरण में एसपी ऑफिस और कलेक्ट्रेट के आस-पास व शहर के कुछ हिस्सों में 80 सीसीटीवी कैमरे (Cctv Cameras) लगाए थे. वहीं अगले चरण में योजना के तहत पूरे शहर में 400 सेअधिक कैमरे लगने थे. लेकिन शहर में सड़क खोदकर पोल लगाने और फाइबर केबल बिछाने को लेकर नगरपरिषद के साथ रुपयों को लेकर बात नहीं बनने से काम नहीं हो पाया था, जिसके बाद डीओआईटी, केटले इंफ्राकान एलएलपी कम्पनी, पुलिस विभाग और नगर परिषद की संयुक्त बैठक कर राशी को लेकर चर्चा की. प्रस्ताव की राशि को कम किया गया. इसके बाद सीसीटीवी कैमरे (Cctv Cameras) लगाने की बात पर सहमति बन गई.