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डूंगरपुर: तालाब में डूबने से ईंट भट्टा मजदूर की मौत, जांच में जुटी पुलिस - डूंगरपुर में तालाब में डूबने से मजदूर की मौत

डूंगरपुर के सागवाड़ा थाना क्षेत्र के पाडवा गांव निवासी एक ईंट भट्टा मजदूर की तालाब में डूबने से मौत हो गई. घटना के बाद पुलिस ने मौका पंचनामा बनवाया और शव को सागवाड़ा अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया. जहां पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर लिया है. इसके बाद शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है

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तालाब में डूबने से ईंट भट्टा मजदूर की मौत
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Published : Mar 4, 2021, 10:36 PM IST

डूंगरपुर. जिले के सागवाड़ा थाना क्षेत्र के पाडवा गांव निवासी एक ईंट भट्टा मजदूर की तालाब में डूबने से मौत हो गई. घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई और बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए. बता दें कि सागवाड़ा थाना पुलिस के अनुसार जसेला गांव निवासी मोहन डामोर उम्र 23 वर्ष ईंट भट्टों पर मजदूरी का काम करता है.

इस दौरान काम के बीच मोहन पाडवा गांव के तालाब में नहाने चला गया और गहराई में चले जाने से डूबने लगा. उसकी आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़कर पंहुचे लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और मोहन तालाब में डूब गया था.

घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ लग गई और बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए. वहीं, गांव के युवाओं की टीम तालाब में मोहन की खोजबीन में जुट गई. सूचना पर सागवाड़ा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली. वहीं काफी मशक्कत के बाद मोहन के शव को बाहर निकाला जा सका.

पढ़ें: जोधपुर : श्रवण जाट हत्याकांडः हत्या के 72 घंटे बाद शव का हुआ पोस्टमार्टम, आश्वासन पर 3 दिन से चल रहा धरना समाप्त

घटना के बाद पुलिस ने मौका पंचनामा बनवाया और शव को सागवाड़ा अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया. जहां पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर लिया है. इसके बाद शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

डूंगरपुर में राजकीय शिशु गृह में नव निर्मित पालना गृह का उदघाट्न

जिला बाल अधिकारिता विभाग डूंगरपुर के अधीन संचालित राजकीय शिशु गृह में नव निर्मित पालना गृह का गुरुवार को उदघाट्न किया गया. अब अनचाहे नवजात या बच्चे को पालना गृह में सुरक्षित रखा जा सकेगा.

बता दें कि राजकीय शिशुगृह में नवनिर्मित पालनागृह का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचित अमित सहलोत ने उदघाटन किया. इस अवसर पर अतिथियों ने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि अनचाहा बच्चा पैदा होने पर लोग उसे फेक देते हैं. जिसके कारण उसकी मौत हो जाती है या फिर गंभीर हालत रहती है.

यह भी पढ़ें: पंचायत चुनाव को लेकर जयपुर ग्रामीण पुलिस ने कसी कमर, चिन्हित किया अति संवेदनशील और संवेदनशील बूथ

वहीं, सहायक निदेशक लोहित आमेटा ने बताया कि अब ऐसे नवजात या बच्चों को पालना गृह में सुरक्षित रखा जा सकेगा. उन्होंने बताया कि नवजात को सुरक्षित परित्याग हेतु पालना गृह का निर्माण करवाया गया है. पालना गृह में नवजात शिशु को दो मिनट बाद एक घंटी बजेगी. उन्होंने बताया कि घंटी बजते ही शिशु गृह के कार्मिक की ओर से नवजात शिशु को कार्मिक गृह में लाएगा. इस अवसर पर मुख्य अतिथि अमित सहलोत ने शिशु गृह परिसर में पौधारोपण भी किया.

डूंगरपुर. जिले के सागवाड़ा थाना क्षेत्र के पाडवा गांव निवासी एक ईंट भट्टा मजदूर की तालाब में डूबने से मौत हो गई. घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई और बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए. बता दें कि सागवाड़ा थाना पुलिस के अनुसार जसेला गांव निवासी मोहन डामोर उम्र 23 वर्ष ईंट भट्टों पर मजदूरी का काम करता है.

इस दौरान काम के बीच मोहन पाडवा गांव के तालाब में नहाने चला गया और गहराई में चले जाने से डूबने लगा. उसकी आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़कर पंहुचे लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और मोहन तालाब में डूब गया था.

घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ लग गई और बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए. वहीं, गांव के युवाओं की टीम तालाब में मोहन की खोजबीन में जुट गई. सूचना पर सागवाड़ा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली. वहीं काफी मशक्कत के बाद मोहन के शव को बाहर निकाला जा सका.

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घटना के बाद पुलिस ने मौका पंचनामा बनवाया और शव को सागवाड़ा अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया. जहां पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर लिया है. इसके बाद शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

डूंगरपुर में राजकीय शिशु गृह में नव निर्मित पालना गृह का उदघाट्न

जिला बाल अधिकारिता विभाग डूंगरपुर के अधीन संचालित राजकीय शिशु गृह में नव निर्मित पालना गृह का गुरुवार को उदघाट्न किया गया. अब अनचाहे नवजात या बच्चे को पालना गृह में सुरक्षित रखा जा सकेगा.

बता दें कि राजकीय शिशुगृह में नवनिर्मित पालनागृह का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचित अमित सहलोत ने उदघाटन किया. इस अवसर पर अतिथियों ने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि अनचाहा बच्चा पैदा होने पर लोग उसे फेक देते हैं. जिसके कारण उसकी मौत हो जाती है या फिर गंभीर हालत रहती है.

यह भी पढ़ें: पंचायत चुनाव को लेकर जयपुर ग्रामीण पुलिस ने कसी कमर, चिन्हित किया अति संवेदनशील और संवेदनशील बूथ

वहीं, सहायक निदेशक लोहित आमेटा ने बताया कि अब ऐसे नवजात या बच्चों को पालना गृह में सुरक्षित रखा जा सकेगा. उन्होंने बताया कि नवजात को सुरक्षित परित्याग हेतु पालना गृह का निर्माण करवाया गया है. पालना गृह में नवजात शिशु को दो मिनट बाद एक घंटी बजेगी. उन्होंने बताया कि घंटी बजते ही शिशु गृह के कार्मिक की ओर से नवजात शिशु को कार्मिक गृह में लाएगा. इस अवसर पर मुख्य अतिथि अमित सहलोत ने शिशु गृह परिसर में पौधारोपण भी किया.

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