डूंगरपुर. जिला प्रमुख और उप जिला प्रमुख के चुनावों की तरह ही पंचायत समितियों के चुनावों में भी भाजपा और कांग्रेस में समझौते की राजनीति चली और एक-दूसरे के सहयोग से उप प्रधान बनाए गए. भाजपा और कांग्रेस मिलकर 3-3 उपप्रधान बनाने में कामयाब रहे. बीटीपी समर्थित 3 उप प्रधान बने हैं तो वहीं एक पंचायत समिति में बीटीपी समर्थित निर्दलीयों ने भाजपा से बागी को समर्थन देकर उप प्रधान बनाया है.
जिले में पंचायतीराज चुनाव शुक्रवार को उप जिला प्रमुख और उप प्रधान के चुनावों के साथ संपन्न हो गए. जिले में डूंगरपुर, सागवाड़ा और बिछीवाड़ा में कांग्रेस अपने उप प्रधान बनाने में कामयाब रही. वहीं, आसपुर, सीमलवाड़ा और गलियाकोट में भाजपा ने अपने उप प्रधान बनाए हैं. इसके अलावा दोवड़ा, झोथरी और चिखली पंचायत समितियों में बीटीपी समर्थित उप प्रधान बने हैं.
साबला पंचायत समिति में भाजपा से बागी होकर निर्दलीय मैदान में उतरी वक्तु देवी बीटीपी समर्थित निर्दलीयों के समर्थन से उपप्रधान चुनी गई हैं. गलियाकोट पंचायत समिति में भाजपा और बीटीपी को बराबर 7-7 वोट मिले. इसके बाद निर्वाचन अधिकारी की ओर से की गई लॉटरी में भाजपा की कमला देवी उप प्रधान निर्वाचित हुई.
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कहां से कौन बना उप प्रधान
- पंचायत समिति- डूंगरपुर: गुलाब सिंह (कांग्रेस)
- पंचायत समिति- सागवाड़ा: नरेश पाटीदार (कांग्रेस)
- पंचायत समिति- बिछीवाड़ा: लालशंकर पंडवाला (कांग्रेस)
- पंचायत समिति- आसपुर: सुरेंद्र सिंह (भाजपा)
- पंचायत समिति- सीमलवाड़ा: सीता देवी (भाजपा)
- पंचायत समिति- गलियाकोट: कमला देवी (भाजपा, लॉटरी से जीतीं)
- पंचायत समिति- दोवड़ा: त्रिशाला (बीटीपी समर्थित)
- पंचायत समिति- झोथरी: तारा सरपोटा (बीटीपी समर्थित)
- पंचायत समिति- चिखली: बदाराम (बीटीपी समर्थित)
- पंचायत समिति- साबला: वक्तु देवी (भाजपा से बागी बीटीपी के सहयोग से जीतीं)