डूंगरपुर. बांसवाड़ा पुलिस के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट (Official Twitter account of Banswara Police) पर ब्राह्मणों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला (Objectionable Remarks Against Brahmins) सामने आया है. जिसके बाद से ही ब्राह्मण समाज के लोग खासा आक्रोशित हैं. वहीं, ब्राह्मणों ने शांति व कानून-व्यवस्था बनाए रखने वाली पुलिस के ऐसे बर्ताव की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सरकार से सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है. मामले को लेकर बांसवाड़ा एसपी राजेश कुमार ने कहा कि कंप्यूटर ऑपरेटर की ओर से अनाधिकृत रूप से यह पोस्ट किया गया है, जिस पर विभागीय जांच की जा रही है.
बांसवाड़ा पुलिस के ट्विटर हैंडल से मलयाली व राष्ट्रवादी कवि वल्लथोल नारायण की जयंती (Poet Vallathol Narayan Birth Anniversary) पर एक पोस्ट किया गया, जिस पर पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा की तस्वीर लगी थी. इस ट्वीट में बताया गया कि कवि ने अंग्रेजों और ब्राह्मणों के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई. वहीं, देखते ही देखते यह पोस्ट तेजी वायरल हो गया. जिस पर ब्राह्मण समाज की ओर से आपत्ति जताई गई. साथ ही कहा गया कि ट्वीट में विशेष वर्ग का जिक्र करते हुए एक सरकारी विभाग की ओर से सोशल मीडिया पर ऐसा पोस्ट किया जाना निंदनीय कृत्य है.
हालांकि, विरोध को देखते हुए बांसवाड़ा पुलिस ने इस ट्वीट को डिलीट कर (Banswara Police deleted post) दिया, लेकिन इसको लेकर विवाद बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. मामले में पूर्व मंत्री भवानी जोशी ने कहा कि ब्राह्मण संपूर्ण समाज का हित चाहने वाला है. ब्राह्मण ही एक ऐसा समाज है, जो सर्वमंगल की कामना करता है, लेकिन पुलिस के ऑफिशियल सोशल साइट्स से इस तरह का पोस्ट होना निंदनीय है.
वहीं, विप्र फाउंडेशन डूंगरपुर के जिलाध्यक्ष नारायण पंड्या ने कहा कि पुलिस का काम शांति और कानून-व्यवस्था बनाने रखने के साथ ही सभी समाज, धर्म व वर्गों में सामाजिक समरसता बनाने की है. लेकिन पुलिस की ओर से भी सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने का काम हो रहा है. इधर, विप्र फाउंडेशन बांसवाड़ा के जिलाध्यक्ष योगेश जोशी ने कहा कि सर्वमंगल की कामना करने वाले ब्राह्मण समाज के खिलाफ पोस्ट करने वाले के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.