डूंगरपुर. तौकते तूफान को लेकर जिले में रेड अलर्ट जारी है, ऐसे में प्रशासन की ओर से तमाम इंतजाम किए जा रहे हैं. तूफान से निबटने के लिए खासकर अस्पतालों में जनरेटर सिस्टम लगवा दिए गए हैं. वहीं हर थाने पर जेसीबी और ट्रैक्टर खड़े करवा दिए हैं. साथ ही सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई.
तौकते तूफान के पहले दो दिनों तक चली अंधड़ और बारीश से जिले में कई पेड़ धराशयी हो गए है. बिजली के पोल टूटने से बिजली व्यवस्था भी प्रभावित हुई है. मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार और बुधवार को तौकते तूफान का डूंगरपुर जिले में व्यापक असर रहेगा, जिसे देखते हुए प्रशासन ने पूरे जिले में रेड अलर्ट घोषित किया गया है. साथ ही सरकारी कार्मिकों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई है. तूफान के दौरान कोविड अस्पतालों की बिजली बंद नहीं हो, ये प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती है क्योंकि अस्पताल में बिजली बंद होने से ऑक्सीजन सप्लाई बंद हो जाएगी. ऐसी स्थिति में दर्जनों मरीजों की जान जा सकती है.
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अतिरिक्त जिला कलेक्टर कृष्णपालसिंह चौहान ने बताया कि तूफान के कारण लंबे समय के लिए बिजली गुल हो सकती है. ऐसे में सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाए की गई है. डूंगरपुर और सागवाड़ा शहर में स्थानीय निकाय के सहयोग से जनरेटर किराए पर लिये गए हैं और इन जनरेटर्स को कोविड अस्पतालों के बाहर सेट कर दिया गया है. जिससे आपात स्थिति में जनरेटर के माध्यम से अस्पतालों में बिजली सप्लाई की जा सके. एडीएम कृष्णपालसिंह ने कहा कि तूफान कितना नुकसान करेगा, इसका अंदाजा तो नहीं लगाया जा सकता लेकिन प्रशासन ने हर स्तर पर व्यापक तैयारियां की है.