डूंगरपुर. बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र के चुंडावाड़ा गांव में मौताणे के फेर में शव की बेकद्री का मामला सामने आया है. शव को 48 घंटे तक पड़ा रहने के बाद परिजनों ने 4 लाख रुपये का मौताणा लिया. इसके बाद ही अंतिम संस्कार हो सका.
चुंडावाड़ा गांव में 3 अगस्त की रात को करीब 5 लोगों ने मिलकर मुकेश मीणा की धारदार हथियारों से हमला कर हत्या कर दी थी. वारदात के बाद से माहौल गरमाया हुआ था. वहीं पुलिस ने समझाइश कर बुधवार को पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया था लेकिन शव को चुंडावाड़ा गांव ले जाने के बाद परिजनों ने गाड़ी से शव नहीं उतारा और मौताणे की मांग को लेकर बैठ गए. इस दौरान लोगों ने जमकर हंगामा किया. गुरुवार को भी लोग दिनभर मौताणे की मांग को लेकर बैठे रहे. सुबह तक परिजन 75 लाख रुपये के मौताणे की मांग कर रहे थे.
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इसके बाद दोनों पक्षों में मौताणे की राशि को लेकर समझौता वार्ता चलती रही और आखिरकार शाम को 4 लाख रुपए का मौताणा तय होने के बाद परिजन राजी हुए. इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया गया लेकिन मौताणे के चक्कर मे 48 घंटे तक शव को पड़े रहने देना और पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं होना कई सवाल खड़े करता है. वहीं परिवार के ही युवक की मौत के बाद उसी के परिजन शव की बेकद्री पर आमादा रहे.
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हत्या की यह सनसनीखेज वारदात 3 अगस्त की रात को हुई थी. मृतक मुकेश मीणा की सरेराह करीब 5 हमलावरों ने मिलकर धारदार हथियारों से हत्या कर दी थी.
इसके बाद शव का बुधवार को पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया था लेकिन परिजन मौताणे की मांग को लेकर अड़े थे. हत्या की यह वारदात मृतक मुकेश के प्यार में अपने दोस्त का साथ देने के कारण बताई जा रही है. फिलहाल, पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.