डूंगरपुर. जिले में एक बार फिर ममता शर्मसार हुई है. एक कलयुगी मां ने अपने 7 दिन के बच्चे को झाड़ियों में फेंक दिया. लेकिन कहते हैं, कि मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है. राहगीरों ने बच्चे को देखा, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है. बच्चे का इलाज चल रहा है.
दोवड़ा थाना पुलिस को सूचना मिली थी, कि फलोज पंचायत के फूटीतलाई गांव में झाड़ियों के पास एक नवजात बच्चा रो रहा है. जिस पर दोवड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और देखा तो लावारिस हालत में एक नवजात झाड़ियों के बीच रखा हुआ था.
निर्दयी मां बच्चे को मरने के लिए सर्द रातों में झाड़ियों में छोड़ गई, लेकिन रास्ते से गुजर रहे लोगों ने उसे देखा और उसे बचा लिया. इस घटना के बाद लोग उस निर्दयी मां को कोसने लगे.
सूचना पर दोवड़ा थाना पुलिस ने नवजात को जिला अस्पताल के एमसीएच में भर्ती करवाया है. जहां डॉक्टरों ने नवजात की पहले जांच की और इसके बाद एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया.
यह भी पढ़ें. डूंगरपुरः क्लीनिकल फिजियोलॉजी लैब का उद्घाटन, फेफड़ों की होगी जांच
राहगीरों ने जब बच्चे की रोने की आवाज सुनी तो झाड़ियों में देखा. नवजात झाड़ियों के बीच रखा हुआ था. नवजात सर्द हवाओं के कारण कांप रहा था, लेकिन बच्चा अब पूरी तरह से सुरक्षित बताया जा रहा है.
शिशु गृह से केयर टेकर नवजात की देखभाल कर रहीं हैं. नर्सिंग स्टाफ भी नवजात को लाड़-दुलार कर रहे हैं. वहीं दोवड़ा थाना पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.