डूंगरपुर. प्रदेश में कोरोना महामारी से पैदा हुए हालातों में सभी प्रकार के पेंशनधारियों को राज्य सरकार ने उनकी पेंशन खातों में डालकर बड़ी राहत दी है. सरकार की इस राहत का सबसे बड़ा फायदा प्रदेश के आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिले को मिला है. जिले में जहां पालनहार योजना में 5 हजार 733 बच्चों को सहायता राशि मिली हैं. वहीं इसके आलावा 2 लाख 17 से अधिक सामाजिक सुरक्षा योजना में पेंशन ले रहे लोगों को आर्थिक परेशानी से राहत मिली हैं.
कोरोना महामारी से लड़ने और महामारी से उपजे हालातों को सुधारने के लिए राज्य सरकार ने कई राहत भरे कदम उठाए हैं. उन्हीं कदमों में से एक कदम सभी प्रकार के पेंशनधारियों को समय पर उनके खातो में पेंशन पहुंचाना भी रहा है. डूंगरपुर जिले में कोरोना से पहले सामाजिक सुरक्षा योजना में समय पर पेंशन नहीं मिल पा रही थी. पालनहार योजना में तो जिले में 2 से 6 माह तक का भुगतान बकाया चल रहा था, लेकिन कोरोना महामारी में जरूरतमंद लोगों को आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार ने अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह तक सभी प्रकार के पेंशनधारियों को उनकी पेंशन खातों में डालकर राज्य सरकार ने बड़ी राहत दी है. जिसके तहत जिले में पालनहार योजना में शामिल 5 हजार 733 बच्चों को राहत देते हुए 3 करोड़ 19 लाख का भुगतान किया है.
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इतना ही नहीं सामाजिक सुरक्षा योजना में विकलांग, विधवा और वृद्धावस्था वर्ग में 2 लाख 17 हजार 364 पेंशनधारी चयनित हैं. इनको भी सरकार की ओर से मार्च तक की पेंशन का भुगतान कर दिया गया है. वहीं अप्रैल माह की पेंशन का भी जल्द भुगतान किया जाएगा. इधर, सरकार ने सामाजिक सुरक्षा योजना में एक आदेश निकालते हुए भुगतान प्रक्रिया में बदलाव किया है. विभाग के अधिकारियों के अनुसार अब लाभार्थी की पेंशन केंद्रीयकृत प्रणाली के अनुसार सरकार ने सम्बंधित के खातों में सीधे ही राशि देगी.
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बहरहाल, राजस्थान में कोरोना से जंग जारी है. सरकार से लेकर सरकारी मशीनरी इस लड़ाई में दिन रात जुटे हैं. राजस्थान की सरकार की कोशिश है कि कोरोना महामारी के बीच प्रदेशवासियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.