डूंगरपुर. जिले में शुक्रवार को पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक ब्यूरो की टीम को सफलता मिली है. एक साल से फरार चल रहे गर्भ में पलने वाले बच्चे के लिंग जांच करवाने वाले 2 दलाल को पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक ब्यूरो ने गिरफ्तार किया है. दोनों ही आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.
डूंगरपुर पीसीपीएनडीटी सेल की समन्वयक सुमित्रा फुमतिया ने बताया कि 27 अक्टूबर 2018 को एक डिकॉय ऑपरेशन गुजरात के मोडासा में किया था. उन्होंने बताया कि शिकायत के बाद मामले की जांच करते हुए एक महिला को लिंग जांच के लिए दलाल ने 50 हजार रुपए मांगे. इसके बाद गुजरात के मोडासा में एक निजी सेंटर ले जाकर जांच करवाई थी.
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फुमतिया ने बताया कि इसी मामले में पीसीपीएनडीटी सेल ने निजी अस्पताल मोडासा के डॉ. मौलिक सतीश भाई गांधी सहित दिलीप सिंह, महिपाल सिंह को मौके से गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मौके से 2 दलाल फरार हो गए थे. उन्होंने बताया कि इसके बाद से ही पीसीपीएनडीटी की टीम दोनो दलालों की तलाश कर रही थी.
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को टीम ने आरोपी दलाल मनोहर सिंह और रमेशचंद्र को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों की आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है. फुमतिया ने बताया कि दोनों ही आरोपी वाहन चालक होकर डूंगरपुर-बांसवाड़ा जिलों से गुजरात में इलाज के लिए जाने वाली महिलाओं को झांसे में लेकर भ्रूण जांच के नाम 50 हजार रुपए की मांग करते थे, इसके बाद रुपए लेकर फीमेल होने पर भ्रूण हत्या भी करवाते थे.