धौलपुर. जिले में सोमवार को शीतला माता की पूजा-अर्चना की गई. शीतला माता के मंदिरों पर सुबह से ही महिलाओं का हुजूम देखा गया. महिलाओं ने शीतला माता की पूजा-अर्चना कर श्रद्धा के साथ बासी भोजन का प्रसाद लगाया. वहीं, महिलाओं ने शीतला माता के मंदिर पर परिक्रमा कर सुख-समृद्धि की कामना की.
जिले भर में शीतला माता के मंदिरों पर महिलाओं की सुबह से ही भारी भीड़ देखी गई. महिलाएं सुबह बासी पकवान लेकर शीतला माता के मंदिरों पर पहुंच गई. जहां शीतला माता का आस्था और श्रद्धा के साथ भोग प्रसाद लगाया. माता की परिक्रमा कर महिलाओं ने सुख समृद्धि की कामना की. शीतला माता की पूजा अर्चना के बाद बच्चों को भी भोजन कराया गया. पौराणिक मान्यता के मुताबिक शीतला माता देवी के रूप में देखी जाती है.
जिन्हें प्रसन्न करने के लिए 1 दिन पहले शाम को पकवान बनाए जाते हैं. दूसरे दिन बासी भोजन का भोग लगाया जाता है. जिससे शीतला माता बेहद प्रसन्न होती है. पौराणिक मान्यता के अनुसार शीतला माता को बासी भोजन खिलाने पर ही इसे बसोड़ा का त्योहार कहा जाता है.
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श्रद्धालुओं ने कहा कि शीतला माता की पूजा अर्चना करने से दैहिक, दैविक और भौतिक ताप से मुक्ति मिलती है. शीतला माता के आशीर्वाद से चेचक, कुष्ठ रोग और चर्म रोग का निवारण होता है. शीतला माता देवी 1 दिन पूर्व बनाए गए बासी भोजन से प्रसन्न होती है. माता शीतला को प्रसन्न करने के लिए महिलाएं घरों में पकवान बनाती है. जिसके बाद बनाए गए पकवानों का दूसरे दिन माता का भोग लगाया जाता है.