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नसबंदी के तीन दिन बाद महिला की मौत, स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप - महिलाओं का नसबंदी ऑपरेशन

धौलपुर के सरमथुरा अस्पताल में नसबंदी ऑपरेशन के बाद महिला की मौत हो गई(Woman Dies After Nasbandi). पीड़ित परिवार का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से महिला की मौत हुई है. बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के बाद से ही महिला को कुछ शारीरिक समस्याएं होने लगी थीं जिसका परिवार ने जयपुर तक उपचार कराया लेकिन अंत में सब बेकार गया. बुधवार रात महिला की मौत हो गई.

family planning surgery
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Published : Dec 1, 2022, 7:39 AM IST

बसेड़ी(धौलपुर). बसेड़ी विधानसभा के सरमथुरा उपखंड स्थित खुर्दिया गांव की 26 साल की महिला जयदेवी की जिंदगी नसबंदी ऑपरेशन के तीन दिन बाद खत्म हो गई (Woman Dies After Nasbandi). परिवार ने इसका आरोप स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर लगाया है. बताया जा रहा है कि रविवार यानी 27 नवंबर को महिला का ऑपरेशन हुआ था. इसके बाद से ही वो पेटदर्द की शिकायत करने लगी, उसे उल्टी भी होने लगी थी. इस पर स्वास्थ्यकर्मियों ने उसे कुछ दवाएं पकड़ा कर घर भेज दिया.

दूसरे दिन जयदेवी की तबीयत बिगड़ती देख परिजनों ने सरमथुरा अस्पताल में भर्ती कराया. यहां चिकित्सकों ने महिला का प्राथमिक उपचार कर हायर सेंटर रेफर कर दिया. धौलपुर अस्पताल में महिला को एक दिन भर्ती करने के बाद तबीयत में सुधार नही होने के कारण तीसरे दिन जयपुर रेफर कर दिया गया (woman dies after tubectomy). बुधवार को जयपुर में उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई. महिला की मौत होने के बाद पीड़ित परिवार सदमे में है.

पुलिस को इस पूरे मामले की सूचना दे दी गई है. सरमथुरा के थानाप्रभारी ने बताया कि परिजन चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. पीड़ित परिवार चिकित्सक एवं संस्था के खिलाफ एक्शन लिए जाने की बात कर रहे हैं. फिलहाल मृतक का शव सरमथुरा अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है. जयदेवी अपने पीछे तीन बेटे और एक बेटी छोड़ गई है.

चिकित्सा अधिकारी डॉ. जी एल मीणा ने बताया कि रविवार को विदेशी एनजीओ मेरी स्टॉप ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर नसबंदी शिविर का आयोजन किया था. शिविर में 42 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था. स्वास्थ्यकर्मियों ने महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद 11 महिलाओं को रिजेक्ट कर दिया वही 31 महिलाओं को नसबंदी के लिए सलेक्ट कर लिया. जिसमें मृतक महिला का नंंबर सबसे आखिरी था (Woman Dies after family planning surgery).

ये भी पढ़ें-अलवर के जनाना अस्पताल में महिला की मौत, बिना बताए कॉपर-टी लगाने का आरोप, परिजनों ने किया हंगामा

शिविर में संस्था के अधिकृत सर्जन डॉ. एसके गर्ग ने 31 महिलाओं का नसबंदी ऑपरेशन किया. सबसे आखिरी में जयदेवी (पत्नी मुकेश, उम्र 26 साल, निवासी खुर्दिया) का ऑपरेशन किया गया था, जिसके बाद ही महिला की तबीयत बिगड़ने लगी. परिजनों ने स्वास्थ्यकर्मियों से महिला को देखने की कहा तो स्वास्थ्यकर्मियों ने ऑपरेशन के बाद पेटदर्द व गैस की शिकायत होने का हवाला देते हुए दवाएं देकर घर भेज दिया. परिजनों का तर्क है कि वो अस्पताल में चिकित्सकों से गुहार लगाते रहे लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी. महिला की मौत होने के बाद पीड़ित परिवार गुस्से में है. वो लापरवाह चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ा है. खबर लिखे जाने तक मृतक का शव सरमथुरा अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ था. कहा जा रहा है कि बसेड़ी विधायक के पहुंचने के बाद मृतक महिला का पोस्टमार्टम किया जाएगा.

बसेड़ी(धौलपुर). बसेड़ी विधानसभा के सरमथुरा उपखंड स्थित खुर्दिया गांव की 26 साल की महिला जयदेवी की जिंदगी नसबंदी ऑपरेशन के तीन दिन बाद खत्म हो गई (Woman Dies After Nasbandi). परिवार ने इसका आरोप स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर लगाया है. बताया जा रहा है कि रविवार यानी 27 नवंबर को महिला का ऑपरेशन हुआ था. इसके बाद से ही वो पेटदर्द की शिकायत करने लगी, उसे उल्टी भी होने लगी थी. इस पर स्वास्थ्यकर्मियों ने उसे कुछ दवाएं पकड़ा कर घर भेज दिया.

दूसरे दिन जयदेवी की तबीयत बिगड़ती देख परिजनों ने सरमथुरा अस्पताल में भर्ती कराया. यहां चिकित्सकों ने महिला का प्राथमिक उपचार कर हायर सेंटर रेफर कर दिया. धौलपुर अस्पताल में महिला को एक दिन भर्ती करने के बाद तबीयत में सुधार नही होने के कारण तीसरे दिन जयपुर रेफर कर दिया गया (woman dies after tubectomy). बुधवार को जयपुर में उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई. महिला की मौत होने के बाद पीड़ित परिवार सदमे में है.

पुलिस को इस पूरे मामले की सूचना दे दी गई है. सरमथुरा के थानाप्रभारी ने बताया कि परिजन चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. पीड़ित परिवार चिकित्सक एवं संस्था के खिलाफ एक्शन लिए जाने की बात कर रहे हैं. फिलहाल मृतक का शव सरमथुरा अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है. जयदेवी अपने पीछे तीन बेटे और एक बेटी छोड़ गई है.

चिकित्सा अधिकारी डॉ. जी एल मीणा ने बताया कि रविवार को विदेशी एनजीओ मेरी स्टॉप ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर नसबंदी शिविर का आयोजन किया था. शिविर में 42 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था. स्वास्थ्यकर्मियों ने महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद 11 महिलाओं को रिजेक्ट कर दिया वही 31 महिलाओं को नसबंदी के लिए सलेक्ट कर लिया. जिसमें मृतक महिला का नंंबर सबसे आखिरी था (Woman Dies after family planning surgery).

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शिविर में संस्था के अधिकृत सर्जन डॉ. एसके गर्ग ने 31 महिलाओं का नसबंदी ऑपरेशन किया. सबसे आखिरी में जयदेवी (पत्नी मुकेश, उम्र 26 साल, निवासी खुर्दिया) का ऑपरेशन किया गया था, जिसके बाद ही महिला की तबीयत बिगड़ने लगी. परिजनों ने स्वास्थ्यकर्मियों से महिला को देखने की कहा तो स्वास्थ्यकर्मियों ने ऑपरेशन के बाद पेटदर्द व गैस की शिकायत होने का हवाला देते हुए दवाएं देकर घर भेज दिया. परिजनों का तर्क है कि वो अस्पताल में चिकित्सकों से गुहार लगाते रहे लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी. महिला की मौत होने के बाद पीड़ित परिवार गुस्से में है. वो लापरवाह चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ा है. खबर लिखे जाने तक मृतक का शव सरमथुरा अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ था. कहा जा रहा है कि बसेड़ी विधायक के पहुंचने के बाद मृतक महिला का पोस्टमार्टम किया जाएगा.

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