राजाखेड़ा (धौलपुर). कोटा बैराज और कालीसिंध नदी से लगातार पानी छोड़े जाने के बाद चंबल नदी इन दोनों खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है. चंबल नदी में पानी की आवक होने से राजाखेड़ा उपखंड के चंबल तटवर्ती गांव गढ़ी जाफर, हेत सिंह का पुरा, दगरा, बरसला, खोड़ आदि गांवों को राजाखेड़ा से जोड़ने वाली रपट पर करीब 3 से 4 फीट पानी की चादर चलने लगी है. जिसके कारण इन गांव का संपर्क राजाखेड़ा उपखंड मुख्यालय से कट चुका है.
इन गांव को जोड़ने वाली रपट पर पानी की चादर चलने के बाद भी बाढ़ के पानी के बीच में से लोगों का आवागमन जारी है. स्थानीय लोग 3 से 4 फीट पानी के बीच में से होकर गुजर रहे हैं. वहीं लोगों के आवागमन को रोकने के लिए कोई प्रशासनिक इंतजाम नहीं है. जिसके कारण लोग अपनी जान जोखिम में डालकर पैदल और वाहनों के जरिए बाढ़ के पानी में से होकर गुजर रहे हैं. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
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स्थानीय लोगों के अनुसार आने वाले समय में रपट पर और अधिक पानी की आवक हो सकती है. चंबल की बाढ़ का पानी लोगों के खेतों में जमा होने के कारण किसानों ने खेतों में खड़ी बाजरे की फसल को भी काफी नुकसान होने की संभावना जताई है.