धौलपुर. एससी आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा के बयान पर मंत्री आंजना के रिएक्शन को गिर्राज सिंह मलिंगा ने गैर वाजिब बताया है (CM Close Aide Girraj Malinga). साथ ही ये भी कहा है कि अगर ऐसा कुछ उनको कहना ही था सार्वजनिक मंच से नहीं पार्टी फोरम में कहना चाहिए था. उनका ये कहना ही इशारा कर रहा है कि वो इस बात पर पूरी तरह से सहमत नहीं हैं तो पूरी तरह असहमत भी नहीं!
ईटीवी भारत के सवाल पर सीएम के करीबी माने जाने वाले मलिंगा ने अपनी राय रखी. दबी जुबान में बैरवा के बयान पर आपत्ति जताते हुए समर्थन भी किया. बोले- आंजना और बैरवा दोनों के बयान को लोकप्रियता से नहीं जोड़ना चाहिए. दोनों की अपनी पहचान है लेकिन उन्हें मीडिया में या बाहर आकर ऐसे बोलों से बचना चाहिए. अगर उन्हें कोई बात कहनी भी है तो पार्टी के भीतर कहनी चाहिए (Malinga On Khiladi). मलिंगा का मानना है कि ऐसा कह कर विपक्ष को बैठे बिठाए मुद्दा थमाया जा रहा है.
ये कहा मलिंगा ने: मलिंगा ने कहा- खिलाड़ी लाल बैरवा एमपी और विधायक रह चुके हैं, उनकी पहचान खुद है. खिलाड़ी लाल बैरवा पूर्व में एमपी रहे और वर्तमान में विधायक और एससी आयोग के अध्यक्ष हैं (Congress President Row).अच्छे पदों पर रहे हैं तो वो भी लोकप्रिय हैं. आंजना और खिलाड़ी ने जो कहा वो अब कहने का समय नहीं था. ये बातें सिर्फ पार्टी स्तर पर होनी चाहिए. मीडिया के सामने इस प्रकार के बयान नहीं देने चाहिए. खिलाड़ी लाल का बयान भी ठीक नहीं था और उदय लाल का बयान और भी ज्यादा गलत था.
पार्टी स्तर पर हो विचार!: उन्होंने आगे कहा- अगर आपस में इस प्रकार की बातें होंगी तो विपक्षी लोगों को बोलने के लिए मौका मिलता है. इस लड़ाई को खत्म करना चाहिए घी नही डालना चाहिए. खिलाड़ी लाल ने बोल दिया तो उदय लाल ने कटाक्ष कर दिया. इस प्रकार से कल कोई तीसरा और चौथा भी बोलेगा. इस प्रकार बीजेपी को बना बनाया मुद्दा मिल जाएगा. बैरवा ने कोई बात बोली है, तो पार्टी स्तर पर बैठकर विचार करना चाहिए. दोनों को इस प्रकार एक दूसरे पर कटाक्ष नहीं करना चाहिए. इससे पार्टी को नुकसान होता है.
क्या कहा था आंजना ने?: प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बैरवा पर कटाक्ष किया था. सीएम को पार्टी प्रेसिडेंट बनाने वाले बयान को गलत बताया था. कहा था कि सोनिया गांधी देश की अग्रिम पंक्ति के नेताओं में से एक हैं और अशोक गहलोत सबसे वरिष्ठ नेताओं में से. किसे अध्यक्ष बनाना है, यह निर्णय सभी बड़े नेता मिलकर आपस में कर लेंगे. खिलाड़ी लाल बैरवा कोई न कोई लोकप्रियता प्राप्त करने का प्रयास किया है, लेकिन यह पार्टी के हित में नहीं है.
खिलाड़ी का बयान: बसेड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं एससी आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा था- राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अब पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाना चाहिए और सचिन पायलट को यदि मुख्यमंत्री बना दिया जाए तो इसमें किसी को दिक्कत नहीं है. उन्होंने आगे कहा था- गहलोत रह लिए 20 साल मुख्यमंत्री समेत कई बड़े पदों पर अब राष्ट्रीय अध्यक्ष बनकर पायलट को मुख्यमंत्री बनाएं. उन्होंने कहा कि पार्टी ने बहुत कुछ दिया है अब लौटाने का समय है.