ETV Bharat / state

धौलपुर एसडीएम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया दौरा

author img

By

Published : Sep 17, 2019, 9:06 AM IST

धौलपुर के सरमथुरा उपखण्ड में चंबल का जलस्तर बढ़ने से दो पंचायतों के लगभग 1 दर्जन गांव नदी की चपेट में आ गए है. इसे देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है. वहीं प्रशासन की ओर से एसडीएम और डीएसपी ने नाव से प्रभावित गांवों का दौरा किया. साथ ही लोगों को खाने के सामान और दवाएं उपलब्ध करवाई. वहीं ग्रामीणों को आवश्यक दिशा-निर्देश और आश्वासन दिए.

sdm visited flood effected areas, एसडीएम ने प्रभावित गांवों का दौरा किया

बसेड़ी (धौलपुर). सरमथुरा उपखंड़ में चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने से झिरी और मदनपुर पंचायत के कई गांवो में बाढ़ के हालात है. पंचायतों के आस-पास के गांव पूरी तरह चंबल नदी के प्रभाव क्षेत्र में है. झिरी पंचायत में सात गांव और मदनपुर पंचायत के चार गांव पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गए है. वहीं बाढ़ से जनहानि रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है. प्रशासन की ओर से नाव के माध्यम से गांवों तक पहुंचकर हालात का जायजा लिया जा रहा है. नदी के बढ़ रहे जलस्तर से सबसे ज्यादा ग्रामीणों की फसल बर्बाद हो रही है. जिन्हें पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने ढांढस बंधाते हुए उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है.

एसडीएम ने प्रभावित गांवों का दौरा किया

बता दें कि सोमवार को एसडीएम जगदीश गुर्जर, डीएसपी भूपेन्द्र शर्मा ने एसडीआरएफ की टीम के साथ मदनपुर के कारीतीर, भूराकापुरा और चंद्रपुरा में पहुंचकर गांवो में अलर्ट जारी किया. वहीं लोगों को घर खाली करने और सुरक्षित स्थान पर पहुंचने का सुझाव दिया. कारीतीर में चंबल नदी के उफान को देख एसडीएम ने ग्रामीणों को राज्य सरकार से पूरी सहायता दिलाने आश्वासन दिया. एसडीएम ने लोगों की तकलीफ को देखकर चंबल नदी से प्रभावित गांवों के परिवारों को खाद्य सुरक्षा सूची में जोड़ने और परिवार के प्रत्येक मुखिया को बृद्धावस्था पेंशन का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया.

ये पढे़ं: धौलपुर पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान 40 लाख के अवैध गांजे से भरे ट्रक को पकड़ा

ग्रामीणों ने एसडीएम को बताया कि साहब चंबल नदी में प्रति एक घंटा में 1 फीट पानी का इजाफा हो रहा है. एसडीएम ने चार घंटे तक कारीतीर, भूराकापुरा में कैंप कर हालात का जायजा लिया. साथ ही लोगों को सुविधा मुहैया कराने के लिए राजस्व विभाग के कर्मचारियों और ग्राम प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए. प्रभावितों को रेस्क्यू चलाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. आंगनबाड़ी केन्द्रों के अलावा सुरक्षित भवनों को अधिकृत कर लोगों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. इस मौके पर डॉ. गौरव मीणा, ब्रजेश लवानियां, सचिन शर्मा, राजपाल सिंह सहित एसडीआरएफ की टीम मौजूद रही.

ये पढे़ं: चंबल नदी का जल स्तर बढ़ा, आसपास के कई गांवों में अलर्ट जारी

भोजन के पैकेट बांटने नाव से पहुंचे एसडीएम

चंबल नदी के प्रभावित गांवो में लोगों तक दो दिन से राहत पहुंचने की कोशिश के बाद करने खुद एसडीएम और डीएसपी नाव में बैठकर भूराकापुरा पहुंचे. एसडीएम ने लोगों को भोजन के पैकेट वितरित किए. वहीं चंबल नदी से दूर रहने का सुझाव दिया. इस दौरान एसडीएम ने गांव में बीमार बच्चों और लोगों का स्वास्थ्य विभाग की टीम से उपचार करवाया और दवाएं वितरित की. एसडीएम ने लोगों को लगातार पुलिस-प्रशासन के संपर्क में रहने का सुझाव दिया.

ये पढे़ं: सऊदी हमलों में इस्तेमाल हुए हथियार ईरान से आए, सैन्य गठब‍ंधन का दावा

झिरी में फंसे पुलिस-प्रशासन के अधिकारी

चंबल नदी में उफान से झिरी के सात गांवों का रास्ता दो दिन से बंद है. वहीं रविवार रात झिरी में पानी भरने के कारण सरमथुरा का मुख्य रास्ता भी बंद हो गया है. जिसके कारण राहत कार्य में लगा प्रशासन भी झिरी में फंस गया है. तहसीलदार ब्रजेश मंगल और थाना प्रभारी धर्मसिह झिरी में कैंप किए हुए है. झिरी के हालात ऐसे है कि मुख्य रास्ता में बने घरों में 12 फीट तक पानी भर गया है. ग्रामीणों ने परिवार सहित राजीव गांधी, वन विभाग चौकी और सामंदायिक भवन में शरण ली हुई है.

बसेड़ी (धौलपुर). सरमथुरा उपखंड़ में चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने से झिरी और मदनपुर पंचायत के कई गांवो में बाढ़ के हालात है. पंचायतों के आस-पास के गांव पूरी तरह चंबल नदी के प्रभाव क्षेत्र में है. झिरी पंचायत में सात गांव और मदनपुर पंचायत के चार गांव पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गए है. वहीं बाढ़ से जनहानि रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है. प्रशासन की ओर से नाव के माध्यम से गांवों तक पहुंचकर हालात का जायजा लिया जा रहा है. नदी के बढ़ रहे जलस्तर से सबसे ज्यादा ग्रामीणों की फसल बर्बाद हो रही है. जिन्हें पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने ढांढस बंधाते हुए उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है.

एसडीएम ने प्रभावित गांवों का दौरा किया

बता दें कि सोमवार को एसडीएम जगदीश गुर्जर, डीएसपी भूपेन्द्र शर्मा ने एसडीआरएफ की टीम के साथ मदनपुर के कारीतीर, भूराकापुरा और चंद्रपुरा में पहुंचकर गांवो में अलर्ट जारी किया. वहीं लोगों को घर खाली करने और सुरक्षित स्थान पर पहुंचने का सुझाव दिया. कारीतीर में चंबल नदी के उफान को देख एसडीएम ने ग्रामीणों को राज्य सरकार से पूरी सहायता दिलाने आश्वासन दिया. एसडीएम ने लोगों की तकलीफ को देखकर चंबल नदी से प्रभावित गांवों के परिवारों को खाद्य सुरक्षा सूची में जोड़ने और परिवार के प्रत्येक मुखिया को बृद्धावस्था पेंशन का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया.

ये पढे़ं: धौलपुर पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान 40 लाख के अवैध गांजे से भरे ट्रक को पकड़ा

ग्रामीणों ने एसडीएम को बताया कि साहब चंबल नदी में प्रति एक घंटा में 1 फीट पानी का इजाफा हो रहा है. एसडीएम ने चार घंटे तक कारीतीर, भूराकापुरा में कैंप कर हालात का जायजा लिया. साथ ही लोगों को सुविधा मुहैया कराने के लिए राजस्व विभाग के कर्मचारियों और ग्राम प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए. प्रभावितों को रेस्क्यू चलाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. आंगनबाड़ी केन्द्रों के अलावा सुरक्षित भवनों को अधिकृत कर लोगों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. इस मौके पर डॉ. गौरव मीणा, ब्रजेश लवानियां, सचिन शर्मा, राजपाल सिंह सहित एसडीआरएफ की टीम मौजूद रही.

ये पढे़ं: चंबल नदी का जल स्तर बढ़ा, आसपास के कई गांवों में अलर्ट जारी

भोजन के पैकेट बांटने नाव से पहुंचे एसडीएम

चंबल नदी के प्रभावित गांवो में लोगों तक दो दिन से राहत पहुंचने की कोशिश के बाद करने खुद एसडीएम और डीएसपी नाव में बैठकर भूराकापुरा पहुंचे. एसडीएम ने लोगों को भोजन के पैकेट वितरित किए. वहीं चंबल नदी से दूर रहने का सुझाव दिया. इस दौरान एसडीएम ने गांव में बीमार बच्चों और लोगों का स्वास्थ्य विभाग की टीम से उपचार करवाया और दवाएं वितरित की. एसडीएम ने लोगों को लगातार पुलिस-प्रशासन के संपर्क में रहने का सुझाव दिया.

ये पढे़ं: सऊदी हमलों में इस्तेमाल हुए हथियार ईरान से आए, सैन्य गठब‍ंधन का दावा

झिरी में फंसे पुलिस-प्रशासन के अधिकारी

चंबल नदी में उफान से झिरी के सात गांवों का रास्ता दो दिन से बंद है. वहीं रविवार रात झिरी में पानी भरने के कारण सरमथुरा का मुख्य रास्ता भी बंद हो गया है. जिसके कारण राहत कार्य में लगा प्रशासन भी झिरी में फंस गया है. तहसीलदार ब्रजेश मंगल और थाना प्रभारी धर्मसिह झिरी में कैंप किए हुए है. झिरी के हालात ऐसे है कि मुख्य रास्ता में बने घरों में 12 फीट तक पानी भर गया है. ग्रामीणों ने परिवार सहित राजीव गांधी, वन विभाग चौकी और सामंदायिक भवन में शरण ली हुई है.

Intro:सरमथुरा उपखंड़ में चंबल नदी ने झिरी व मदनपुर पंचायत के कई गांवो को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। झिरी में झिरी सहित सात गांव प्रभावित हुए है वही मदनपुर के चार गांव पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गए है। बाढ़ से जनहानि रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है वही नाव के माध्यम से गांवो तक पहुॅचकर हालातो का जायजा ले रहा है। लेकिन चंबल नदी में लगातार पानी की बढोत्तरी को देख ग्रामीण भयभीत हो गए है। ग्रामीणों को सबसे अधिक पीड़ा फसल को बर्बाद होता देख हो रही है। जिन्हे पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने ढांढस बंधाते हुए उचित मुआबजा दिलाने का आश्वासन दिया है।Body:बसेड़ी (धौलपुर)। सोमवार को एसडीएम जगदीश गुर्जर, डीएसपी भूपेन्द्र शर्मा ने एसडीआरएफ की टीम के साथ जोखिम उठाते हुए मदनपुर के कारीतीर, भूराकापुरा व चंद्रपुरा में पहुॅचकर गांवो में अलर्ट जारी करते हुए लोगो को घर खाली करने व सुरक्षित स्थान पर पहुॅचने का सुझाब दिया। कारीतीर में चंबल नदी के उफान को देख एसडीएम ने ग्रामीणो को राज्य सरकार से पूरी सहायता दिलाने आश्वासन दिया। एसडीएम ने लोगो की तकलीफ को देख चंबल नदी से प्रभावित गांवो के परिवारों को खाद्य सुरक्षा सूची में जोडने व परिवार के प्रत्येक मुखिया को बृद्धावस्था पेंशन का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया। ग्रामीणो ने एसडीएम को बताया कि साहब चंबल नदी में प्रति एक घंटा में 1 फीट पानी का इजाफा हो रहा है। एसडीएम ने चार घंटे तक कारीतीर, भूराकापुरा में कैंप कर हालातो की बारीकी से जानकारी ली वही लोगो को सुविधा मुहैया कराने के लिए राजस्व विभाग के कर्मचारियों व ग्रापं प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए। लोगों से अपील की कि वे कतई न घबराएं, जिला प्रशासन उनके साथ है। प्रभावितों को रेस्क्यू चलाकर सुरक्षित स्थानो पर ले जाया जा रहा है। जहां आवश्यकता होगी राहत का काम चलाया जाएगा और उनको मदद पहुंचाई जाएगी। स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रो के अलावा सुरक्षित भवनों को अधिकृत कर लोगों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होने लोगों से कहा है कि घबराएं नही, प्रशासन उनकी हर समस्या के समाधान के लिए खड़ा है। इस मौके पर डाॅ. गौरव मीणा, ब्रजेश लवानियां, सचिन शर्मा ग्राविअ राजपालसिह सहित एसडीआरएफ की टीम मौजूद थी।

भोजन के पैकेट बांटने नाव से पहुॅच गए एसडीएम
चंबल नदी के प्रभावित गांवो में लोगो तक दो दिन से राहत पहुॅचने की तहकीकात करने खुद एसडीएम व डीएसपी नाव में बैठकर भूराकापुरा पहुॅच गए। एसडीएम ने लोगो से कुशलक्षेम पूछते हुए भोजन के पैकेट वितरित किए वही चंबल नदी से दूर रहने का सुझाब दिया। इसदौरान एसडीएम ने गांव में बीमार बच्चों व लोगो का स्वास्थ्य विभाग की टीम से उपचार कराया वही दवाएं वितरित की। एसडीएम ने लोगो को लगातार पुलिस-प्रशासन के संपर्क में रहने का सुझाब दिया।

तेलीकीखिरकारी में दो महिलाओं को पानी में घिरे होने की सुचना पर जताई नाराजगी
एसडीएम को सोमवार सुबह 10 बजे करीब गुलावली के समीप तेलीकीखिरकारी में दो महिलाओं को पानी में घिरा होने की सूचना पर नाराजगी जताते हुए तुरंत राहत कार्य चलाने के निर्देश राजस्व विभाग की टीम को दिए। सूचना मिलते ही एसडीएम जगदीश गुर्जर, डीएसपी भूपेन्द्र शर्मा एसडीआरएफ की टीम को लेकर मदनपुर पहुॅच गए। लेकिन जब तक राहत कार्य चलाते हुए राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने नाव की सहायता से दोनो महिलाओं को सुरक्षित निकाल लिया।

झिरी में फंसे पुलिस-प्रशासन के अधिकारी
चंबल नदी में उफान से मदनपुर जैसे हालात झिरी के है। झिरी के सात गांवो का रास्ता दो दिन से बंद है वही रविवार रात्रि को झिरी में पानी भरने के कारण सरमथुरा का मुख्य रास्ता भी बंद हो गया है जिसके कारण राहत कार्य में लगा प्रशासन भी फंस गया है। तहसीलदार ब्रजेश मंगल व थानाप्रभारी धर्मसिह झिरी में कैंप किए हुए है। झिरी के हालात ऐसे है कि मुख्य रास्ता में बने घरों में 12 फीट तक पानी भर गया है। ग्रामीणों ने परिवार सहित राजीव गांधी, वनविभाग चैकी व सामंदायिक भवन में शरण ली हुई है।

वाइट 1- जगदीश गुर्जर एसडीएम सरमथुरा

वाइट 2- रामदुलारे जादौन पूर्व पंस सदस्य मदनपुरConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.