बसेड़ी (धौलपुर). सरमथुरा उपखंड़ में चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने से झिरी और मदनपुर पंचायत के कई गांवो में बाढ़ के हालात है. पंचायतों के आस-पास के गांव पूरी तरह चंबल नदी के प्रभाव क्षेत्र में है. झिरी पंचायत में सात गांव और मदनपुर पंचायत के चार गांव पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गए है. वहीं बाढ़ से जनहानि रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है. प्रशासन की ओर से नाव के माध्यम से गांवों तक पहुंचकर हालात का जायजा लिया जा रहा है. नदी के बढ़ रहे जलस्तर से सबसे ज्यादा ग्रामीणों की फसल बर्बाद हो रही है. जिन्हें पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने ढांढस बंधाते हुए उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है.
बता दें कि सोमवार को एसडीएम जगदीश गुर्जर, डीएसपी भूपेन्द्र शर्मा ने एसडीआरएफ की टीम के साथ मदनपुर के कारीतीर, भूराकापुरा और चंद्रपुरा में पहुंचकर गांवो में अलर्ट जारी किया. वहीं लोगों को घर खाली करने और सुरक्षित स्थान पर पहुंचने का सुझाव दिया. कारीतीर में चंबल नदी के उफान को देख एसडीएम ने ग्रामीणों को राज्य सरकार से पूरी सहायता दिलाने आश्वासन दिया. एसडीएम ने लोगों की तकलीफ को देखकर चंबल नदी से प्रभावित गांवों के परिवारों को खाद्य सुरक्षा सूची में जोड़ने और परिवार के प्रत्येक मुखिया को बृद्धावस्था पेंशन का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया.
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ग्रामीणों ने एसडीएम को बताया कि साहब चंबल नदी में प्रति एक घंटा में 1 फीट पानी का इजाफा हो रहा है. एसडीएम ने चार घंटे तक कारीतीर, भूराकापुरा में कैंप कर हालात का जायजा लिया. साथ ही लोगों को सुविधा मुहैया कराने के लिए राजस्व विभाग के कर्मचारियों और ग्राम प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए. प्रभावितों को रेस्क्यू चलाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. आंगनबाड़ी केन्द्रों के अलावा सुरक्षित भवनों को अधिकृत कर लोगों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. इस मौके पर डॉ. गौरव मीणा, ब्रजेश लवानियां, सचिन शर्मा, राजपाल सिंह सहित एसडीआरएफ की टीम मौजूद रही.
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भोजन के पैकेट बांटने नाव से पहुंचे एसडीएम
चंबल नदी के प्रभावित गांवो में लोगों तक दो दिन से राहत पहुंचने की कोशिश के बाद करने खुद एसडीएम और डीएसपी नाव में बैठकर भूराकापुरा पहुंचे. एसडीएम ने लोगों को भोजन के पैकेट वितरित किए. वहीं चंबल नदी से दूर रहने का सुझाव दिया. इस दौरान एसडीएम ने गांव में बीमार बच्चों और लोगों का स्वास्थ्य विभाग की टीम से उपचार करवाया और दवाएं वितरित की. एसडीएम ने लोगों को लगातार पुलिस-प्रशासन के संपर्क में रहने का सुझाव दिया.
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झिरी में फंसे पुलिस-प्रशासन के अधिकारी
चंबल नदी में उफान से झिरी के सात गांवों का रास्ता दो दिन से बंद है. वहीं रविवार रात झिरी में पानी भरने के कारण सरमथुरा का मुख्य रास्ता भी बंद हो गया है. जिसके कारण राहत कार्य में लगा प्रशासन भी झिरी में फंस गया है. तहसीलदार ब्रजेश मंगल और थाना प्रभारी धर्मसिह झिरी में कैंप किए हुए है. झिरी के हालात ऐसे है कि मुख्य रास्ता में बने घरों में 12 फीट तक पानी भर गया है. ग्रामीणों ने परिवार सहित राजीव गांधी, वन विभाग चौकी और सामंदायिक भवन में शरण ली हुई है.