धौलपुर. मध्य प्रदेश के इंदौर जिले से चली किसान रैली को आगरा मुंबई-राष्ट्रीय राजमार्ग पर राजस्थान के धौलपुर जिले के मनिया थाना क्षेत्र में यूपी पुलिस प्रशासन ने रोक दिया है. किसान रैली मध्य प्रदेश के इंदौर जिले से नर्मदा आंदोलन बचाओ की संयोजक मेधा पाटकर के नेतृत्व में दिल्ली के लिए रवाना हुई हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस ने सीमा पर प्रवेश करते ही सैकड़ों की तादाद में रैली में शामिल महिला एवं पुरुषों को रोक दिया जिसमें मेघा पाटकर भी शामिल हैं. जिसके बाद आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 5 किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया. वहीं, अब सैकड़ों की तादात में किसान और मजदूर हाईवे पर बैठ गए हैं.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के साथ ज्यादती कर रही है. किसानों को बाजरा, दलहन, तिलहन, उड़द, मूंग और गेहूं जैसी फसलों के दाम लागत के मुताबिक नहीं मिल रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार इस तरफ ध्यान नहीं दे रही है. देश का किसान लगातार गर्त में जा रहा है. हाल ही में केंद्र सरकार ने राज्य सभा एवं संसद में किसान विरोधी बिल पारित किए हैं जो किसानों के हित के लिए काले कानून के रूप में साबित होंगे.
फिलहाल, करीब 5 किलोमीटर तक दोनों तरफ से वाहनों की लंबी-लंबी कतारें हाईवे पर लग गईं हैं. हालांकि किसान एवं मजदूरों ने मानवता का परिचय देते हुए एंबुलेंस गाड़ियों को रास्ता भी दिया. उधर स्थानीय जिला प्रशासन के उच्च अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल एवं एसपी केसर सिंह शेखावत उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर पहुंच.
ये भी पढ़ें: कैसे होगा स्वच्छ भारत मिशन साकार...शौचालय तो है पर सफाई नहीं
ये भी पढ़ें: चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा RUHS से पहुंचे घर, होम क्वॉरेंटाइन किए गए
कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि रैली के लोगों से समझाइश कर एक तरफ का रास्ता खुलवा दिया है. राहगीर एवं वाहन चालकों को राहत मिली है. किसान रैली को धौलपुर जिले में नहीं रोका गया है, आगरा जिले के सैया बॉर्डर पर प्रवेश करते हुए वहां के प्रशासन ने रोक दिया है.