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धौलपुर : भाजपा नेता का आरोप- सरकारी मुआवजे के चेक के लिए तहसीलदार और पीड़ितों को पूर्व मंत्री के घर जाना पड़ा... - Compensation check

धौलपुर के राजाखेड़ा से भाजपा के प्रत्याशी रहे अशोक शर्मा (ashok sharma) ने राजस्थान सरकार के पूर्व वित्त मंत्री और वर्तमान वित्त आयोग के अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह (pradyumn singh) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि सत्ता का दुरुपयोग कर पूर्व मंत्री ने गैर कानूनी और असंवैधानिक तरीके से पीड़ितों को सहायता राशि दी है.

धौलपुर पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह पर आरोप
धौलपुर पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह पर आरोप
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Published : Aug 29, 2021, 3:58 PM IST

Updated : Aug 29, 2021, 5:15 PM IST

धौलपुर. जिले के राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे अशोक शर्मा ने राजस्थान सरकार के पूर्व वित्त मंत्री एवं वर्तमान वित्त आयोग के अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह पर सत्ता का दुरुपयोग करने के गंभीर आरोप लगाए हैं.

हाल ही में मनिया इलाके के गांव विनतीपुरा में दो बालिकाओं की नदी में डूबने से मौत हुई थी. दोनों बालिकाओं के परिजनों को एक-एक लाख रुपये सहायता राशि राज्य सरकार ने स्वीकृत की थी. राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत की गई राशि के चेक देने के लिए राजाखेड़ा उपखंड के तहसीलदार पीड़ित परिजनों को लेकर पूर्व मंत्री के घर चले गए.

भाजपा नेता अशोक शर्मा ने पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह पर लगाए गंभीर आरोप

राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी रहे अशोक शर्मा ने राज्य सरकार के पूर्व वित्त मंत्री प्रद्युम्न सिंह एवं उनके पुत्र वर्तमान विधायक रोहित बोहरा (MLA rohit bohra) पर सत्ता के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि मनिया इलाके के गांव विनतीपुरा में दो बालिकाओं की पानी में डूबने से दर्दनाक मौत हुई थी. दोनों बालिकाओं के परिजनों को राज्य सरकार ने एक-एक लाख रुपये सहायता राशि स्वीकृत की थी. मृतक बालिकाओं के परिजनों को राजाखेड़ा उपखंड प्रशासन का तहसीलदार पूर्व वित्त मंत्री के घर पर लेकर पहुंच गया.

पढ़ें- CM अशोक गहलोत को अस्पताल से मिली छुट्टी, हाथ जोड़कर जनता को दिया धन्यवाद

जहां पीड़ितों को राजकीय सहायता राशि के चेक दिए गए. शर्मा ने कहा कि यह पूरी तरह से गैर कानूनी एवं अनाधिकृत है. उन्होंने कहा कि पूर्व वित्त मंत्री अपने घर से निजी संपत्ति से सहायता राशि प्रदान करें तो अलग बात है. लेकिन राजकीय खजाने से स्वीकृत की गई राशि का चेक घर से वितरण करना पूरी तरह से गलत और गैर कानूनी है.

शर्मा ने कहा अगर विधायक रोहित बोहरा के पिता होना भी विधायक होना है, तो राजस्थान में 200 विधायक के 200 पिता भी विधायक माने जाएं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन को किसने अधिकार दिया कि विधायक रोहित बोहरा के पिता के घर पहुंच कर पीड़ितों को चेक दिलाये जाएं.

उन्होंने कहा कि राजाखेड़ा उपखंड प्रशासन कब तक सत्ता के अधीन होकर गैर कानूनी काम करता रहेगा. पूर्व वित्त मंत्री प्रद्युम्न सिंह को समय के हिसाब से अब बदलना होगा. अब गुलामी के नजरिए से धौलपुर को देखना बंद कर दीजिए. 20वीं सदी में धौलपुर से उनके पिता बनवारी लाल शर्मा और खुद प्रदुमन सिंह मंत्री बने थे. पूर्व वित्त मंत्री की राज करने की भूख खत्म नहीं हो रही है. किस अधिकार से से उन्होंने चेक वितरित किए.

शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि अधिकारी कब तक सत्ता की गुलामी करते रहेंगे. प्रशासनिक अधिकारी विधायक रोहित बोहरा एवं उसके पिता प्रद्युम्न सिंह के अधीन होकर जनता का शोषण कर रहे हैं. उन्होंने विधायक रोहित गौरव पर भी इशारों में हमला करते हुए कहा कि 1 वर्ष पूर्व राजस्थान में हुए सियासी उठापटक के दौरान रोहित बोहरा सरकार को धोखा देकर हरियाणा में होटल में जा बैठे थे. विधायक रोहित बोहरा को लालच दिखा तो वे ही जैसलमेर में कांग्रेसियों के बीच पहुंच गए.

धौलपुर. जिले के राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे अशोक शर्मा ने राजस्थान सरकार के पूर्व वित्त मंत्री एवं वर्तमान वित्त आयोग के अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह पर सत्ता का दुरुपयोग करने के गंभीर आरोप लगाए हैं.

हाल ही में मनिया इलाके के गांव विनतीपुरा में दो बालिकाओं की नदी में डूबने से मौत हुई थी. दोनों बालिकाओं के परिजनों को एक-एक लाख रुपये सहायता राशि राज्य सरकार ने स्वीकृत की थी. राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत की गई राशि के चेक देने के लिए राजाखेड़ा उपखंड के तहसीलदार पीड़ित परिजनों को लेकर पूर्व मंत्री के घर चले गए.

भाजपा नेता अशोक शर्मा ने पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह पर लगाए गंभीर आरोप

राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी रहे अशोक शर्मा ने राज्य सरकार के पूर्व वित्त मंत्री प्रद्युम्न सिंह एवं उनके पुत्र वर्तमान विधायक रोहित बोहरा (MLA rohit bohra) पर सत्ता के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि मनिया इलाके के गांव विनतीपुरा में दो बालिकाओं की पानी में डूबने से दर्दनाक मौत हुई थी. दोनों बालिकाओं के परिजनों को राज्य सरकार ने एक-एक लाख रुपये सहायता राशि स्वीकृत की थी. मृतक बालिकाओं के परिजनों को राजाखेड़ा उपखंड प्रशासन का तहसीलदार पूर्व वित्त मंत्री के घर पर लेकर पहुंच गया.

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जहां पीड़ितों को राजकीय सहायता राशि के चेक दिए गए. शर्मा ने कहा कि यह पूरी तरह से गैर कानूनी एवं अनाधिकृत है. उन्होंने कहा कि पूर्व वित्त मंत्री अपने घर से निजी संपत्ति से सहायता राशि प्रदान करें तो अलग बात है. लेकिन राजकीय खजाने से स्वीकृत की गई राशि का चेक घर से वितरण करना पूरी तरह से गलत और गैर कानूनी है.

शर्मा ने कहा अगर विधायक रोहित बोहरा के पिता होना भी विधायक होना है, तो राजस्थान में 200 विधायक के 200 पिता भी विधायक माने जाएं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन को किसने अधिकार दिया कि विधायक रोहित बोहरा के पिता के घर पहुंच कर पीड़ितों को चेक दिलाये जाएं.

उन्होंने कहा कि राजाखेड़ा उपखंड प्रशासन कब तक सत्ता के अधीन होकर गैर कानूनी काम करता रहेगा. पूर्व वित्त मंत्री प्रद्युम्न सिंह को समय के हिसाब से अब बदलना होगा. अब गुलामी के नजरिए से धौलपुर को देखना बंद कर दीजिए. 20वीं सदी में धौलपुर से उनके पिता बनवारी लाल शर्मा और खुद प्रदुमन सिंह मंत्री बने थे. पूर्व वित्त मंत्री की राज करने की भूख खत्म नहीं हो रही है. किस अधिकार से से उन्होंने चेक वितरित किए.

शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि अधिकारी कब तक सत्ता की गुलामी करते रहेंगे. प्रशासनिक अधिकारी विधायक रोहित बोहरा एवं उसके पिता प्रद्युम्न सिंह के अधीन होकर जनता का शोषण कर रहे हैं. उन्होंने विधायक रोहित गौरव पर भी इशारों में हमला करते हुए कहा कि 1 वर्ष पूर्व राजस्थान में हुए सियासी उठापटक के दौरान रोहित बोहरा सरकार को धोखा देकर हरियाणा में होटल में जा बैठे थे. विधायक रोहित बोहरा को लालच दिखा तो वे ही जैसलमेर में कांग्रेसियों के बीच पहुंच गए.

Last Updated : Aug 29, 2021, 5:15 PM IST
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