ETV Bharat / state

धौलपुर: पुलिस और बजरी माफिया के बीच मुठभेड़ में मारे गए लोगों के मामले में सख्त कार्रवाई की मांग

धौलपुर में गुर्जर समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव करते हुए, पुलिस और बजरी माफियाओं में हुई मुठभेड़ में मारे गए लोगों के मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की. साथ ही समाज के लोगों ने कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल को ज्ञापन भी सौंपा.

पुलिस और बजरी माफिया मुठभेड़, Police and gravel mafia encounter
author img

By

Published : Nov 25, 2019, 6:46 PM IST

धौलपुर. जिले के बसई डांग थाना इलाके में पुलिस और बजरी माफियाओं में हुई मुठभेड़ में मारे गए लोगों का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुर्जर समाज के लोगों ने सोमवार को सैकड़ों की तादाद में लामबंद होकर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया. जिला प्रशासन और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया.

बता दें कि गुर्जर समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल को ज्ञापन सौंपकर मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. साथ ही मृतक के आश्रितों को ग्यारह-ग्यारह लाख मुआवजा की मांग की है. गुर्जर समाज के कुछ लोग विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरने पर भी बैठ गए हैं.

जानकारी के मुताबिक एक हफ्ता पहले गुर्जर समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन प्रेषित किया था. ज्ञापन के माध्यम से गुर्जर समाज के लोगों ने बताया था कि 30 अगस्त 2019 को पुलिस ने बर्बरता पूर्वक दो लोगों पर गोलियां चलाई थी. जिसमें दोनों युवकों की मौत हो गई थी. मामले ने तत्कालीन समय में भारी तूल पकड़ा था. प्रदेश के डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी दोनों मृतकों के परिजनों को दिलासा दिलाने धौलपुर पहुंचे थे.

मुठभेड़ में मारे गए लोगों के मामले में सख्त कार्रवाई की हुई मांग

पढ़ें: 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने की आत्महत्या...परिजनों ने स्कूल पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप

वहीं डिप्टी सीएम ने भी मामले की निष्पक्ष जांच कराने के साथ आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था. समाज के लोगों ने बताया कि लंबा समय गुजर जाने के बाद भी अब तक प्रशासन ने मामले में उचित कार्रवाई नहीं की है. दोनों मृतक के परिजनों के आश्रितों को मुआवजा राशि मुहैया नहीं कराई है. दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभी तक प्रशासन ने कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया है.

जिससे आक्रोशित होकर सोमवार को हजारों की तादाद में गुर्जर समाज के लोगों ने मेला ग्राउंड के पास मंदिर पर बैठक बुलाई. जिसके बाद समाज के लोगों ने बैठक कर भारी भीड़ के साथ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के लिए प्रस्थान किया. समाज के लोगों ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.

उधर समाज के कारवां को देख जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए. कलेक्ट्रेट कार्यालय पर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात कर दिया गया. गुर्जर समाज के लोग नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने पहुंच गए. जहां बाड़ी मार्ग पर बैठकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. इसके बाद गुर्जर समाज के नेताओं का एक दल जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल और पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा से मिला. जहां जिला कलेक्टर ने मामले में ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया.

पढ़ें: चूरू में युवक ने फांसी का फंदा लगाकर की खुदकुशी

जिला कलेक्टर के आश्वासन के बाद गुर्जर समाज के लोग अधिकांश चले गए. लेकिन कुछ लोग धरने पर भी बैठ गए. गुर्जर नेता जंडेल सिंह ने बताया कि गुर्जर समाज मारे गए युवकों के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करता है. उसके अलावा सरकार मृतक के आश्रितों को ग्यारह-ग्यारह लाख मुआवजा दे. जो लोग पुलिस की गोलियों से घायल हुए थे. उनको एक-एक लाख रुपए मिलने चाहिए .उसके अलावा जो मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी भी मिलनी चाहिए. साथ ही पुलिस ने गुर्जर समाज के लोगों के खिलाफ जो झूठी एफआईआर की है, वह भी वापस ली जाए.

वहीं नेता जंडेल सिंह ने कहा अगर इन मांगों पर जिला प्रशासन और सरकार ने गंभीर होकर ध्यान नहीं दिया तो गुर्जर समाज उग्र आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा. फिलहाल समाज के लोगों ने जिला प्रशासन को 5 दिन की चेतावनी दी है.

धौलपुर. जिले के बसई डांग थाना इलाके में पुलिस और बजरी माफियाओं में हुई मुठभेड़ में मारे गए लोगों का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुर्जर समाज के लोगों ने सोमवार को सैकड़ों की तादाद में लामबंद होकर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया. जिला प्रशासन और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया.

बता दें कि गुर्जर समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल को ज्ञापन सौंपकर मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. साथ ही मृतक के आश्रितों को ग्यारह-ग्यारह लाख मुआवजा की मांग की है. गुर्जर समाज के कुछ लोग विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरने पर भी बैठ गए हैं.

जानकारी के मुताबिक एक हफ्ता पहले गुर्जर समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन प्रेषित किया था. ज्ञापन के माध्यम से गुर्जर समाज के लोगों ने बताया था कि 30 अगस्त 2019 को पुलिस ने बर्बरता पूर्वक दो लोगों पर गोलियां चलाई थी. जिसमें दोनों युवकों की मौत हो गई थी. मामले ने तत्कालीन समय में भारी तूल पकड़ा था. प्रदेश के डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी दोनों मृतकों के परिजनों को दिलासा दिलाने धौलपुर पहुंचे थे.

मुठभेड़ में मारे गए लोगों के मामले में सख्त कार्रवाई की हुई मांग

पढ़ें: 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने की आत्महत्या...परिजनों ने स्कूल पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप

वहीं डिप्टी सीएम ने भी मामले की निष्पक्ष जांच कराने के साथ आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था. समाज के लोगों ने बताया कि लंबा समय गुजर जाने के बाद भी अब तक प्रशासन ने मामले में उचित कार्रवाई नहीं की है. दोनों मृतक के परिजनों के आश्रितों को मुआवजा राशि मुहैया नहीं कराई है. दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभी तक प्रशासन ने कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया है.

जिससे आक्रोशित होकर सोमवार को हजारों की तादाद में गुर्जर समाज के लोगों ने मेला ग्राउंड के पास मंदिर पर बैठक बुलाई. जिसके बाद समाज के लोगों ने बैठक कर भारी भीड़ के साथ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के लिए प्रस्थान किया. समाज के लोगों ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.

उधर समाज के कारवां को देख जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए. कलेक्ट्रेट कार्यालय पर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात कर दिया गया. गुर्जर समाज के लोग नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने पहुंच गए. जहां बाड़ी मार्ग पर बैठकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. इसके बाद गुर्जर समाज के नेताओं का एक दल जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल और पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा से मिला. जहां जिला कलेक्टर ने मामले में ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया.

पढ़ें: चूरू में युवक ने फांसी का फंदा लगाकर की खुदकुशी

जिला कलेक्टर के आश्वासन के बाद गुर्जर समाज के लोग अधिकांश चले गए. लेकिन कुछ लोग धरने पर भी बैठ गए. गुर्जर नेता जंडेल सिंह ने बताया कि गुर्जर समाज मारे गए युवकों के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करता है. उसके अलावा सरकार मृतक के आश्रितों को ग्यारह-ग्यारह लाख मुआवजा दे. जो लोग पुलिस की गोलियों से घायल हुए थे. उनको एक-एक लाख रुपए मिलने चाहिए .उसके अलावा जो मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी भी मिलनी चाहिए. साथ ही पुलिस ने गुर्जर समाज के लोगों के खिलाफ जो झूठी एफआईआर की है, वह भी वापस ली जाए.

वहीं नेता जंडेल सिंह ने कहा अगर इन मांगों पर जिला प्रशासन और सरकार ने गंभीर होकर ध्यान नहीं दिया तो गुर्जर समाज उग्र आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा. फिलहाल समाज के लोगों ने जिला प्रशासन को 5 दिन की चेतावनी दी है.

Intro:धौलपुर जिले के बसई डांग थाना इलाके में पुलिस और बजरी माफियाओं में हुई मुठभेड़ में मारे गए लोगों का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुर्जर समाज के लोगों ने आज सोमवार को सैकड़ों की तादाद में लामबंद होकर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया. जिला प्रशासन और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया. गुर्जर समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल को ज्ञापन सौंपकर मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ मृतक के आश्रितों को ग्यारह ग्यारह लाख मुआवजा की मांग की है. गुर्जर समाज के कुछ लोग विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरने पर भी बैठ गए हैं.





Body:जानकारी के मुताबिक एक हफ्ता पूर्व गुर्जर समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन प्रेषित किया था. ज्ञापन के माध्यम से गुर्जर समाज के लोगों ने बताया था कि 30 अगस्त 2019 को पुलिस ने बर्बरता पूर्वक दो लोगों पर गोलियां चलाई थी. जिसमें दोनों युवकों की मौत हो गई थी. मामले में तत्कालीन समय में भारी तूल पकड़ा था. प्रदेश के डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी दोनों मृतकों के परिजनों को दिलासा दिलाने धौलपुर पहुंचे थे. डिप्टी सीएम ने भी मामले की निष्पक्ष जांच कराने के साथ आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था. समाज के लोगों ने बताया लंबा समय गुजर जाने के बाद भी अभी तक प्रशासन ने मामले में उचित कार्यवाही नहीं की है. दोनों मृतक के परिजनों के आश्रितों को मुआवजा राशि मुहैया नहीं कराई है. दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभी तक प्रशासन ने कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया है. जिससे आक्रोशित होकर आज सोमवार को सैकड़ों की तादाद में गुर्जर समाज के लोगों ने मेला ग्राउंड के पास मंदिर पर बैठक बुलाई. समाज के लोगों ने बैठक कर भारी भीड़ के साथ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के  लिए प्रस्थान किया.  सैकड़ों की तादाद में गुर्जर समाज के लोगों ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. उधर गुर्जर समाज के कारवां को देख जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए. कलेक्ट्रेट कार्यालय पर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात कर दिया गया. गुर्जर समाज के लोग नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने पहुंच गए. जहां बाड़ी मार्ग पर बैठकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. इसके बाद गुर्जर समाज के नेताओं का एक दल जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल एवं पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा से मिला. जहां जिला कलेक्टर ने मामले में ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया है. जिला कलेक्टर के आश्वासन के बाद गुर्जर समाज के लोग अधिकांश चले गए. लेकिन कुछ लोग धरने पर भी बैठ गए. गुर्जर नेता जंडेल सिंह ने बताया कि 30 अगस्त 2019 को बसई डांग थाना इलाके में पुलिस ने गुर्जर समाज के दो युवकों पर गोलियां चलाई थी. दोनों लोगों की मौत हो गई थी. गुर्जर समाज मारे गए युवकों के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करता है. उसके अलावा सरकार मृतक के आश्रितों को ग्यारह ग्यारह लाख मुआवजा दे. जो लोग पुलिस की गोलियों से घायल हुए थे. उनको एक एक लाख रुपए मिलने चाहिए .उसके अलावा जो मृतक हुए उनके परिजनों को सरकारी नौकरी भी मिलनी चाहिए. पुलिस ने गुर्जर समाज के लोगों के खिलाफ जो झूठी f.i.r. की वह भी वापस लेनी चाहिए.


Conclusion:गुर्जर समाज के नेता जंडेल सिंह ने कहा अगर इन मांगों पर जिला प्रशासन और सरकार ने गंभीर होकर ध्यान नहीं दिया तो गुर्जर समाज उग्र आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा. फिलहाल गुर्जर समाज में जिला प्रशासन को 5 दिन की चेतावनी दी है. 5 दिन के अंतर्गत अगर प्रमुख मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो गुर्जर समाज सड़कों पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा।
1,Byte:- जंडेल सिंह,गुर्जर समाज नेता
2,Byte:- राकेश जायसवाल,कलेक्टर धौलपुर
Report:-
Neeraj Sharma
Dholpur
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.