धौलपुर. जिले के दिहोली थाना क्षेत्र में 20 दिसंबर को एक 35 वर्षीय विवाहित महिला (Dholpur married woman murder case) का शव बरामद हुआ था. इस मामले का पुलिस ने शनिवार को पर्दाफाश कर दिया है. साथ ही बताया गया कि मृतका के भाई ने ही उसकी हत्या की थी. आरोपी ने महिला की गोली मारकर हत्या की थी. वहीं, पुलिस ने (Dholpur police arrested accused) आरोपी भाई को यूपी के मथुरा सिटी बस स्टैंड से गिरफ्तार किया है. उक्त मामले में मीडिया से रूबरू हुए सीओ दीपक खंडेलवाल ने बताया कि 20 दिसंबर को दिहाली क्षेत्र में एक अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ था, जो मिट्टी में गढ़ा था. जिसकी शिनाख्त यूपी के आगरा के ग्राम आयेला निवासी पिंकी ठाकुर के रूप में हुई थी. पिंकी ठाकुर की शिनाख्त के दौरान ही पुलिस के हाथ सुराग लग गया था.
सीओ ने बताया कि पिंकी को उसका भाई घनश्याम सिंह 12 दिसंबर को अपने साथ ले गया था और उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी उसकी मृत्यु गोली लगने से बताई गई थी. इस पर (Sister killer brother arrested in Dholpur) थानाधिकारी हत्या का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था. इधर, संदिग्ध घनश्याम को दस्तयाब करने के लिए मुखबिर तंत्र को मजबूत किया गया. उन्होंने बताया आरोपी घनश्याम सिंह की मथुरा में होने की सूचना मिली थी. जिस पर थानाधिकारी मनियां लाखनसिंह को तुरंत एक टीम के साथ मथुरा भेजा गया. पुलिस टीम ने आरोपी घनश्याम सिंह को मथुरा बस स्टैंड के पास बस का इंतजार करने के दौरान दबोच लिया.
सीओ ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में अपना गुनाह कुबूलने के साथ ही उसने बताया कि सात साल पहले उसने अपनी बहन के प्रेमी के पिता की भी हत्या की थी. आरोपी ने बताया कि उसकी बहन दूसरी जाति के लड़के के साथ भाग गई थी, जो नागवार गुजरी और आखिरकार उसने प्रेमी के पिता (murdered Lover father seven years ago) जंगलिया की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद मृतका पिंकी ठाकुर की शादी मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के ग्राम मलूकपुरा में कराई गई. इस हत्या के बाद पिंकी ठाकुर अपने घर वापस आ गई, लेकिन उसके ससुराल व पीहर पक्ष दोनों ही उसे रखने को तैयार नहीं थे. ऐसे में पिंकी अपनी बुआ की बेटी प्रेमवती के घर मुरैना के ग्राम मौला आ गई और उसी के साथ रहने लगी.
उधर, इस हत्या में घनश्याम सिंह भी गिरफ्तार होकर जेल चला गया, जो सात साल जेल में रहने के बाद जमानत पर छूटकर एक माह पूर्व ही बाहर आया था. घनश्याम सिंह को इस बात का गुस्सा था कि पिंकी की वजह से उसकी पूरी जिंदगी बर्बाद हो गई थी. इस वजह से आरोपी ने उसकी बहन की हत्या कर दी.
हत्या के पूर्व की थी प्लानिंग: आरोपी घनश्याम सिंह ने इस हत्या को काफी सोच समझकर प्लानिंग के तहत अंजाम दिया था. घनश्याम सिंह का एक रिश्तेदार गोपालपुरा के ग्राम गुनपुर में रहता था. यहां आने के क्रम में उसने अम्बिका से कठूमरी में बन रही नई सड़क को देखा. यहां सड़क किनारे बड़े गड्ढे के साथ ही सुनसान बीहडनुमा इलाका था. ऐसे में आरोपी ने अपनी बहन पिंकी को किसी बहाने यहां लाकर हत्या करने की प्लानिंग बनाई. ताकि किसी को उसकी लाश का भी पता नहीं चल सके. इस बीच 14 दिसंबर को आरोपी गांव अयेला से गाड़ी लेकर अपने दो दोस्तों के साथ ग्राम मौला अम्बाह (म.प्र.) पहुंचा और कहा कि पिंकी का कहीं रिश्ता करना है. ऐसे में उसे ले जाना है.
इस विश्वास पर पिंकी अपने भाई के साथ आ गई. घनश्याम सिंह 14 दिसंबर को रात करीब 12 से 1 बजे अपनी तय जगह सामौर के पास उसी सड़क पर पहुंचा और बहन को बाहर निकल कर चलने को कहा. पिंकी के थोड़ा आगे चलते ही घनश्याम ने उसके सीने में गोली मार दी. इसके बाद पिंकी के गिरने पर दूसरी गोली उसके सिर पर मार दी. हत्या करने के बाद लाश को सड़क के किनारे गड्ढे में डालकर उसपर ऊपर से मिट्टी डाल वहां से फरार हो गया.
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे पता चल गया था कि पुलिस ने पिंकी ठाकुर की शिनाख्त कर ली है. इसीलिए वो भागकर कुछ दिन पूणे महाराष्ट्र में रहने को जा रहा था. आखिर में आरोपी ने बताया कि वो बहन की हत्या के बाद उसके प्रेमी की भी तलाश में था.