धौलपुर. राजस्थान पैरामेडिकल परीक्षा में जिले की बेटी ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल कर सभी का नाम रोशन किया है. इस परीक्षा में सिम्मी शर्मा ने 84% अंक लाए हैं. सिम्मी की इस सफलता पर माता-पिता और अध्यापकों ने खुशी जाहिर की है.
छात्रा सिम्मी का कहना है कि मेडिकल सेवा में आने के बाद वे समाज सेवा करना चाहती हैं. जिले के एक छोटे से गांव राजा का नगला निवासी छात्रा ने बड़ी सफलता हासिल कर गांव सहित जिलेभर का गौरव बढ़ाया है. सिम्मी के पिता भी मेडिकल विभाग में तैनात हैं. उन्हीं की प्रेरणा से मेडिकल सेवा में आने के बाद सिम्मी ने समाज सेवा करने का संकल्प लिया है.
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सिम्मी शर्मा बताती हैं कि उनके पिता भी मेडिकल विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. पिता सतीश शर्मा की प्रेरणा से उसने मेडिकल सेवा में जाने का निर्णय किया था. सिम्मी ने कहा कि पैरामेडिकल परीक्षा की तैयारी उन्होंने कड़ी मेहनत से की थी. 10 से 12 घंटे तक लगातार पढ़ाई की थी. जिसकी बदौलत राजस्थान प्रदेश में पैरामेडिकल परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया है. छात्रा ने परीक्षा में 84% अंक हासिल कर गांव और जिले का नाम रोशन किया है.
छात्रा का परीक्षा परिणाम आने पर कॉलेज प्रबंधन और परिजनों ने भी खुशी जाहिर की है. सिम्मी के पिता का कहना है कि बेटी की इस कामयाबी पर उन्हें गर्व है, लेकिन मेडिकल सेवा में आने के बाद समाज सेवा सर्वोपरि है. मेडिकल सेवा का मुख्य उद्देश्य ही समाजसेवा होता है. अच्छी और गुणवत्ता वाली शिक्षा का महत्व एवं सार्थकता तभी है, जब आचरण का असर धरातल पर दिखाई दे.
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बेटी की इस कामयाबी पर परिजनों ने फूल माला पहनाकर सम्मान किया. छात्रा को मिठाई खिलाई गई. उधर छात्रा ने अपनी कामयाबी का श्रेय माता पिता के साथ कॉलेज प्रबंधन के स्टाफ को दिया है.