धौलपुर. जिले में गुर्जर आरक्षण आंदोलन को देखते हुए धौलपुर रोडवेज आगार ने बाड़ी-सरमथुरा-करौली सड़क मार्ग पर चलने वाली सभी बसों को पूरी तरह से बंद कर दिया है. उसके अलावा धौलपुर-बाड़ी-बसेड़ी सड़क मार्ग पर रोडवेज बसों के संचालन पर रोक लगा दी गई है.
बता दें कि रोडवेज निगम ने निर्णय लेकर जयपुर जाने वाली रोडवेज बसों को भी भरतपुर से वापस बुलाया जा रहा है. साथ ही सिकंदरा पर उपद्रव की संभावना को देखते हुए रोडवेज निगम ने निर्णय लिया है. वहीं, रोडवेज बसों का संचालन बंद होने से बस स्टैंड पर यात्रियों को भारी असुविधा उठानी पड़ रही है.
रोडवेज बसों का संचालन बंद होने पर जिला आगार को 50 फीसदी से अधिक राजस्व का नुकसान रोजाना हो रहा है. रोडवेज आगार के प्रबंधक प्रमोद पांडे ने बताया जयपुर निगम के निर्देश में राजकीय संपत्ति को सुरक्षित रखने की पहली प्राथमिकता है. रोडवेज बसों के साथ निगम की पैसेंजर अभी सुरक्षित रहें इसके लिए रोडवेज प्रबंधन ने भारी परिवर्तन किया है.
साथ ही उन्होंने कहा कि गुर्जर आरक्षण आंदोलन को देखते हुए जिला रोडवेज प्रबंधन ने बाड़ी, सरमथुरा, करौली सड़क मार्ग पर चलने वाली करीब एक दर्जन रोडवेज बसों का संचालन पूरी तरह से बंद करा दिया है. उसके अलावा आधा दर्जन से अधिक बसों के संचालन में रूट परिवर्तन किया गया है. उन्होंने बताया कि बाड़ी-बसेड़ी सड़क मार्ग पर भी रोडवेज संचालन को रोक दिया गया है.
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बयाना उपखंड इलाके के पीलूपुरा गांव में रेलवे ट्रैक पर बैठकर गुर्जर समाज के लोगों की ओर से आंदोलन की शुरुआत कर दी गई है. गुर्जर आरक्षण आंदोलन का असर धौलपुर जिले में भी देखा जा सकता है. जिसे लेकर रोडवेज प्रबंधन ने पूर्व से ही एहतियात व सावधानी बरतना शुरू कर दिया है. उन्होंने बताया कि सुबह जयपुर के लिए रवाना हुई बसों को भी वापस बुलाया जा रहा है.
सिकंदरा पर उपद्रव की संभावना को देखते हुए निगम ने निर्णय लिया है. गुर्जर बाहुल्य इलाकों से गुजरने वाली रोडवेज बसों के संचालन को फिलहाल रोक दिया गया है. साथ ही रोडवेज बसों का संचालन बंद होने पर निगम को फिलहाल 50 फीसदी के आस-पास राजस्व में गिरावट आई है. पांडे ने बताया कि जयपुर मुख्यालय के निर्देश में ही सभी निर्णय लिए गए हैं. गुर्जर आरक्षण आंदोलन के हालात सामान्य होने के बाद ही रोडवेज बसों का संचालन शुरू कराया जाएगा.