धौलपुर. जिले में लगातार बदल रहे मौसम के मिजाज ने गुरुवार सुबह फिर से असर दिखा दिया. बारिश ने आमजन के साथ पशु-पक्षी एवं वन्यजीवों की दिनचर्या को काफी प्रभावित कर दिया है. वहीं, सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है. स्कूल एवं कोचिंग सेंटर जाने वाले विद्यार्थियों को भी कड़ाके की सर्दी का सामना करना पड़ा है. हालांकि, रवि फसल के लिए बरसात काफी फायदेमंद मानी जा रही है.
दरअसल, पिछले 3 दिन से जिले में मौसम का मिजाज गड़बड़ देखा जा रहा है. सोमवार की रात्रि को जोरदार बारिश हुई थी. मंगलवार को भी हल्की बूंदाबांदी के साथ बरसात का असर देखा गया था, लेकिन गुरुवार सुबह से ही आसमान में बादलों की घटाएं देखी जा रही थीं और बूंदाबांदी के साथ बारिश का दौर शुरू हो गया. करीब आधा घंटे तक बरसात का असर देखा गया. बरसात की वजह से आवागमन की रफ्तार थम गई. लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से प्रभावित हो गई है. कड़ाके की ठंड एवं ठिठुरन ने लोगों को बेहाल कर दिया है. धौलपुर शहर के गली-मोहल्ले में कीचड़ के हालात बन गए हैं. सर्दी की वजह से लोग घरों में कैद रहे. वातावरण में पूरी तरह से ठंडक घुल गई है.
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रवि फसल के लिए बारिश फायदेमंद : किसानों के मुताबिक बारिश रवि फसल के लिए काफी फायदेमंद मानी जा रही है. धौलपुर जिले में प्रमुख रूप से गेहूं, सरसों एवं आलू फसल का ट्रेंड रहा है. इन सभी फसलों में फायदा माना जा रहा है. सरसों, गेहूं एवं आलू की फसले खेतों में तैयार हो चुकी हैं. खेतों से खरपतवार को हटाकर किसान पानी लगाने की कवायत में जुट रहे थे, लेकिन बरसात से पहला पानी फसल को नसीब हो गया है.
तीनों फसलों में पहला पानी लगने के बाद किसान यूरिया एवं कीटनाशक दवाओं का प्रयोग कर सकेगा. उधर मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान में आगामी 1 से 2 दिनों मे बारिश की चेतावनी दी है. सर्द हवाओं का भी असर देखने को मिल सकता है.