धौलपुर. आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के तहत धौलपुर विधानसभा क्षेत्र का फीडबैक लेने पहुंचे यूपी के कुशीनगर से भाजपा विधायक मोहन वर्मा ने राज्य की गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि आज राजस्थान की कानून व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है. साथ ही प्रदेश की मां-बहनें खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा कि साल 2018 में सत्ता में आने से पहले अशोक गहलोत ने यहां के किसानों से कर्ज माफी का वादा किया था, लेकिन सीएम का वो वादा आज महज जुमला बनकर रह गया है.
खौफ में बहन-बेटियां - भाजपा विधायक वर्मा ने कहा कि राजस्थान की गहलोत सरकार अपने शासनकाल में हर मुद्दे पर विफल रही है. प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है. मौजूदा आलम यह है कि बहन, बेटियां और माताएं सुरक्षित नहीं हैं. यहां तेजी से यौन उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही है. वर्मा ने कहा राजस्थान में औसतन 9 मामले रोजाना यौन उत्पीड़न के सामने आ रहे हैं. वहीं, वर्तमान में धौलपुर विधानसभा क्षेत्र में बदहाल व लचर बिजली व्यवस्था से आमजन परेशान हैं. बिजली कटौती की वजह से लोगों को भारी दिक्कतें पेश आ रही हैं. साथ ही क्षेत्र में अवैध बालू व बजरी खनन के कारण आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं, जिसमें अब तक सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
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अपने वादों को भूली गहलोत सरकार - उन्होंने कहा कि साल 2018 में चुनाव के समय किए गए घोषणाओं को भी अब ये सरकार भूल चुकी है. किसानों का कर्ज अब तक माफ नहीं हुआ और न ही आगे होने की कोई संभावना है, क्योंकि वो गहलोत का सियासी जुमला था. उन्होंने कहा धौलपुर क्षेत्र चंबल नदी के नजदीक होने के बावजूद यहां पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं है. लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं. आलम यह है कि शहर की कॉलोनियों में भी पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है. वहीं, पुलिसवाले आमजन से अवैध वसूली में व्यस्त हैं. इसके इतर उन्होंने नगर परिषद प्रशासन को विफल करार दिया और कहा कि यहां बरसात के समय पानी की निकासी की भी कोई व्यवस्था नहीं है.
गहलोत सरकार ने की क्षेत्र की उपेक्षा - उन्होंने कहा कि धौलपुर विधानसभा क्षेत्र राज्य सरकार की घोर उपेक्षा का शिकार है. यहां जिला अस्पताल में चिकित्सकों की कमी की वजह से मरीजों को भटकना पड़ता है. यही नहीं जानबूझकर यहां केंद्र की योजनाओं को लागू नहीं किया जाता है. यही वजह है कि क्षेत्र के लोगों को केंद्र की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. साथ ही क्षेत्र में बेरोजगारी की समस्या अपने चरम है.