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धौलपुर: वेतन बढ़ाने को लेकर नर्सिंग कर्मियों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन - District Collector Rakesh Kumar Jaiswal

देश में फैले कोरोना संक्रमण से लगातार कोरोना वॉरियर्स लड़ रहे हैं. वहीं, धौलपुर में गुरूवार को संविदा कर्मियों ने अपना वेतन बढ़ाने की मांग की है. इसको लेकर कर्मियों ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. साथ ही मांग की है कि 31 मई तक उनका वेतन बढ़ाया जाए. वेतन नहीं बढ़ाने पर कार्यबहिष्कार कर आंदोलन की चेतावनी भी दी.

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धौलपुर में वेतन बढ़ाने के लिए नर्सिंग कर्मियों ने सौंपा ज्ञापन
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Published : May 21, 2020, 8:07 PM IST

धौलपुर. जिले के संविदा नर्सेज कर्मचारी संघ ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया है. मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन के माध्यम से नर्सिंग कर्मियों ने 31 मई तक वेतन बढ़ाने की मांग की है. वेतन नहीं बढ़ाए जाने पर सरकार को 1 जून से कार्य बहिष्कार कर आंदोलन की भी चेतावनी दी गई है.

धौलपुर में वेतन बढ़ाने के लिए नर्सिंग कर्मियों ने सौंपा ज्ञापन

कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने पहुंचे संविदा नर्सिंग कर्मियों ने बताया कि साल 2016 में जीएनएम के पद पर वैकेंसी निकाली गई थी. सरकार की ओर से परीक्षा कराने के बाद 30 दिसंबर 2019 को चयन प्रक्रिया को अंजाम दिया था. संविदा नर्सिंग कर्मियों का मासिक वेतन 79 सौ रुपए तय हुआ था. जिसमें से कटौती कर नर्सिंग कर्मियों को 6 हजार 952 रुपए दिए जा रहे थे. जबकि नर्सिंग कर्मी महामारी के समय में भी जान जोखिम में डालकर नियमित सेवाएं दे रही है.

सरकार की ओर से संविदा नर्सिंग कर्मियों का शोषण किया जा रहा है. महंगाई के दौर में 6 हजार 952 रुपए का वेतन परिवार संचालन के लिए नाकाफी साबित होता हैं. नर्सेज ने बताया कि देश के अन्य प्रांतों में संविदा नर्सिंग कर्मियों को 26 हजार से अधिक का वेतन दिया जा रहा है.

पढ़ें- धौलपुर पुलिस की बजरी माफिया के खिलाफ कार्रवाई, कुछ हिरासत में तो कुछ फरार

सरकार की ओर से संविधान नर्सिंग कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार ही नहीं बल्कि उनके साथ शोषण किया जा रहा है. जिले के समस्त नर्सिंग कर्मियों ने गुरूवार को लामबंद होकर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल को ज्ञापन प्रेषित किया है. ज्ञापन के माध्यम से संविदा नर्सिंग कर्मचारियों ने 31 मई तक वेतन को 26 हजार से अधिक करने की मांग की है. नर्सिंग कर्मियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ने नर्सेज की मांग पर गंभीर होकर ध्यान नहीं दिया तो 1 जून से कार्य बहिष्कार कर आंदोलन किया जाएगा.

धौलपुर. जिले के संविदा नर्सेज कर्मचारी संघ ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया है. मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन के माध्यम से नर्सिंग कर्मियों ने 31 मई तक वेतन बढ़ाने की मांग की है. वेतन नहीं बढ़ाए जाने पर सरकार को 1 जून से कार्य बहिष्कार कर आंदोलन की भी चेतावनी दी गई है.

धौलपुर में वेतन बढ़ाने के लिए नर्सिंग कर्मियों ने सौंपा ज्ञापन

कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने पहुंचे संविदा नर्सिंग कर्मियों ने बताया कि साल 2016 में जीएनएम के पद पर वैकेंसी निकाली गई थी. सरकार की ओर से परीक्षा कराने के बाद 30 दिसंबर 2019 को चयन प्रक्रिया को अंजाम दिया था. संविदा नर्सिंग कर्मियों का मासिक वेतन 79 सौ रुपए तय हुआ था. जिसमें से कटौती कर नर्सिंग कर्मियों को 6 हजार 952 रुपए दिए जा रहे थे. जबकि नर्सिंग कर्मी महामारी के समय में भी जान जोखिम में डालकर नियमित सेवाएं दे रही है.

सरकार की ओर से संविदा नर्सिंग कर्मियों का शोषण किया जा रहा है. महंगाई के दौर में 6 हजार 952 रुपए का वेतन परिवार संचालन के लिए नाकाफी साबित होता हैं. नर्सेज ने बताया कि देश के अन्य प्रांतों में संविदा नर्सिंग कर्मियों को 26 हजार से अधिक का वेतन दिया जा रहा है.

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सरकार की ओर से संविधान नर्सिंग कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार ही नहीं बल्कि उनके साथ शोषण किया जा रहा है. जिले के समस्त नर्सिंग कर्मियों ने गुरूवार को लामबंद होकर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल को ज्ञापन प्रेषित किया है. ज्ञापन के माध्यम से संविदा नर्सिंग कर्मचारियों ने 31 मई तक वेतन को 26 हजार से अधिक करने की मांग की है. नर्सिंग कर्मियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ने नर्सेज की मांग पर गंभीर होकर ध्यान नहीं दिया तो 1 जून से कार्य बहिष्कार कर आंदोलन किया जाएगा.

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