धौलपुर. राज्य सरकार के मंत्रिमंडल (Rajasthan Cabinet Reorganization) में फिर एक बार धौलपुर जिले को उपेक्षित रह गया. कांग्रेस के रोहित बोहरा, गिर्राज सिंह मलिंगा (Girraj Singh Malinga) और खिलाड़ी लाल बैरवा तीन विधायक मंत्री पद की दावेदारी रखते थे लेकिन इस बार भी तीनों विधायकों को निराशा हाथ लगी है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Gehlot) के नजदीकी बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा की दावेदारी प्रबल रूप से देखी जा रही थी. गिर्राज मलिंगा का नाम प्रदेश नेतृत्व में सुर्खियों में भी चल रहा था लेकिन ऐन वक्त पर 15 मंत्रियों की सूची में नाम दर्ज कराने में विधायक मलिंगा भी नाकाम रहे. जबकि पड़ोसी जिला भरतपुर से 4 विधायकों को मंत्री बनाया जा रहा है. पिछले साल प्रदेश की कांग्रेस सरकार (Rajasthan Congress) में हुई उठापटक के बाद प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों ने इस्तीफा सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को सौंपा था. नए मंत्रिमंडल विस्तार के लिए 15 प्रमुख नामों पर प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने मुहर भी लगा दी. लेकिन 15 की सूची में धौलपुर जिले के तीनों विधायक नाकाम साबित रहे.
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मलिंगा के बाद बसेड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा भी दलित कोटे से दावेदारी दिखा रहे थे. उसके अलावा कांग्रेस के पूर्व वित्त मंत्री प्रद्युम्न सिंह के पुत्र रोहित बोहरा की भी दावेदारी देखी जा रही थी. जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के तीन विधायक दावेदारी रखते हैं. उसके बावजूद प्रदेश सरकार ने धौलपुर जिले को मंत्रिमंडल से उपेक्षित रखा है. जिससे स्थानीय कांग्रेसियों में भारी निराशा देखी जा रही है.
हालांकि, संभावना ऐसी भी व्यक्त की जा रही है कि संसदीय सचिव या किसी बोर्ड का अध्यक्ष किसी विधायक को बनाया जा सकता है. लेकिन कैबिनेट और राज्य मंत्री मंडल से धौलपुर के तीनों कांग्रेसी विधायकों को दूर रखा गया है.