धौलपुर. जिले में पिछले महीने हुए हत्या का खुलासा कर दिया है. पुलिस अधीक्षक डॉ अजय सिंह ने बताया कि 22 मार्च को वीलपुर निवासी प्रमोद ने अपनी मां सरोज के घर से गायब होने की रिपोर्ट मनिया पुलिस थाने में दर्ज कराई थी. पुलिस द्वारा सरोज की तलाश के भरसक प्रयास किए गए लेकिन सरोज का सुराग नहीं लग सका. एसपी सिंह ने बताया कि 6 अप्रैल को गांव वीरपुर के खेतों में गहरे कुएं से बदबू आने की सूचना ग्रामीणों को लगी थी. मामले की सूचना ग्रामीणों ने स्थानीय मनिया थाना पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू टीम के द्वारा अज्ञात महिला की लाश सड़ी गली हालत में गहरे कुएं के अंदर से बरामद की थी. 7 अप्रैल को अज्ञात महिला की शिनाख्त सरोज के रूप में हुई. पुलिस ने मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरु कर दी है.
जानकारी के अनुसार मृतका सरोज के ससुर कप्तान सिंह ने अपने बड़े बेटे श्याम सिंह की शादी करीब 18 वर्ष पूर्व सरोज के साथ की थी. शादी के करीब 2 साल बाद श्याम सिंह की मृत्यु हो गई. उसके बाद गांव में सामाजिक तौर से सरोज की शादी श्याम सिंह के छोटे भाई भूरी सिंह के साथ संपन्न करा दी लेकिन भूरी सिंह और सरोज के रिश्ते ज्यादा दिन तक नहीं चले. भूरी सिंह सरोज को छोड़कर बाहर चला गया. इसी दौरान सरोज ने घर में ग्रह कलेश शुरू कर दिया.
सरोज अपने ससुर से अपने पहले पति श्याम सिंह और भूरी सिंह का हिस्सा मांगने लगी. जिसके कारण ससुर कप्तान और उसकी बहू सरोज में विवाद बढ़ गया. ज्यादा विवाद बढ़ने पर ससुर कप्तान ने बहु को ठिकाने लगाने की योजना बना डाली. ससुर कप्तान ने अपने नजदीकी रामवीर सिंह को दो लाख की सुपारी दे दी. रामवीर सिंह रिश्ते में कप्तान सिंह का चाचा लगता है. रामवीर सरोज को 19 मार्च 2019 को बहला-फुसलाकर धौलपुर से गाड़ी में बिठा कर दुबाटी गांव ले गया. जहां चार अन्य साथियों को लेकर सरोज की कुल्हाड़ी से निर्मम हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी भूसा के पाले में सरोज के शव को लपेट कर वीरपुर गांव के खेतों में कुएं में फेंक आए.
वहीं पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए हत्या के चारों आरोपियों गिरफ्तार किया है. वहीं हत्या की साजिश का मुख्य आरोपी ससुर कप्तान सिंह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस ने बताया पकड़े गए चारों आरोपियों से गहनता से पूछताछ शुरू कर दी है. फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर रवाना कर दी हैं. जिसे जल्दी गिरफ्तार किया जाएगा.