धौलपुर. जिले की बाल कल्याण समिति ने श्रम विभाग मानव तस्करी विरोधी यूनिट और चाइल्डलाइन की टीम को साथ लेकर शहर में धड़ाधड़ कार्रवाई को अंजाम दिया है. जिसमें रविवार को संयुक्त कार्रवाई करते हुए शहर के शो रूम संचालकों, फैक्ट्री मालिकों, कारखानों और दुकानदारों के यहां से 2 दर्जन से ज्यादा बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है.
प्रशासन की ओर से की गई पूरे लवाजमा के साथ कार्रवाई से शहर भर में हड़कंप मच गया. आरोपी दुकानदारों शोरूम संचालकों फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी गई है.
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष रवि पचौरी ने जानकारी देते हुए बताया कि धौलपुर शहर में लगातार बाल श्रमिकों द्वारा मजदूरी कराने की शिकायत मिल रही थी. समिति को शिकायत पत्र और मोबाइल द्वारा शहर के लोगों द्वारा सूचनाएं दी जा रही थी. जिसे देखते हुए शहर भर में रेस्क्यू किया गया है.
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बाल कल्याण समिति ने श्रम विभाग मानव तस्करी विरोधी यूनिट और चाइल्डलाइन की टीम को साथ लेकर संयुक्त कार्रवाई को अंजाम दिया है. धौलपुर शहर के शोरूम संचालकों फैक्ट्री संचालकों कारखानों और दुकानदारों को यहां से 2 दर्जन से अधिक बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया है.
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शहर में अचानक की गई कार्रवाई से दुकानदारों और शोरूम संचालकों में हड़कंप मच गया. कुछ शोरूम संचालक और दुकानदार अपने अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर फरार भी हो गए. बाल कल्याण समिति ने पुलिस के सहयोग से 2 दर्जन से अधिक बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है. फैक्ट्री संचालकों दुकानदारों कारखाने मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा. देर शाम तक शहर भर में हुई कार्रवाई से हड़कंप मचा रहा.
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ने कहा कि शहर में लगातार कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा. जहां भी बच्चों से मजदूरी कराई जा रही है. दुकानदारों फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा.