धौलपुर. भरतपुर रेंज डीआईजी लक्ष्मण गौड़ पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगने के बाद राज्य सरकार के कार्मिक विभाग ने आदेश जारी कर एपीओ किया है. इसी को लेकर बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने फिर से डीआईजी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विधायक ने कहा, कि "चोर तो आखिर चोर रहेगा" बचेगा कब तक.
ईटीवी भारत से खास वार्ता में विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने कहा बजरी परिवहन में डीआईजी द्वारा माफियाओं से सांठगांठ कर एनएच 123 पर घाटोली पर स्टॉक कराया जाता था. जिससे धौलपुर की पुलिस बदनाम होती थी. डीआईजी द्वारा रेंज के थाना प्रभारियों को एसीआर (सर्विस बुक) खराब करने का हवाला देकर दबाया जा रहा था. इसके द्वारा थानों से मंथली शुरू कराई गई थी. थाना प्रभारियों पर दबाव बनाकर अनाधिकृत तरीके से बंधी वसूल की जा रही थी. डीआईजी द्वारा संभाग की पुलिस को टॉर्चर किया जा रहा था. विधायक ने कहा प्रमोद शर्मा कौन है? सुभाष कौन है? क्या राजस्थान के गृहमंत्री है?
उनके कहने से भरतपुर जिले का चौकी स्टाफ एक रात में बदल जाता है. दोनों व्यक्तियों द्वारा थानेदारों पर दबाव बनाकर उगाई कराई जा रही थी. मलिंगा ने कहा थाने तो डीआईजी के अधीन है. उसी के नाम से दबाव बनाकर अवैध वसूली की जा रही थी. विधायक ने कहा कि कहां तक बचेगा चोर तो आखिर चोर ही रहेगा. जिले के बाड़ी, नादनपुर और बसई डांग के थानों को छोड़कर सभी से पैसे की डिमांड की गई थी. डीआईजी द्वारा थानेदारो से पैसे मांगे जा रहे. एसीबी को ऐसे थानेदारों से पूछताछ करनी चाहिए, जिससे पूरे मामले का पर्दाफाश होगा.
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विधायक मलिंगा ने अपनी ही सरकार से मांग करते हुए कहा कि डीआईजी की गिरफ्तारी होनी चाहिए. पूर्व में आईएएस अधिकारी अशोक सिंघवी की भी गिरफ्तारी हो चुकी है. उसके अलावा एसीबी ने तमाम आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. इन सब के दलाल पकड़े गए हैं. ऐसे में डीआईजी के दलाल को पकड़ा गया है. उसके साथ इसको भी तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए. मलिंगा ने अपनी सरकार पर ही सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि इसकी गिरफ्तारी क्यों लेट हो रही है. यह भी एक जांच का विषय है.
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डीआईजी से बड़ा लुटेरा पूरे प्रदेश में नहीं है. विधायक ने कहा एसीबी के एडीजी दिनेश एमएन को इसकी पूरी जांच करनी चाहिए. एसीबी को सभी थानों की कॉल डिटेल्स निकालनी चाहिए. उसके बाद पूरे मामले का भंडाफोड़ हो जाएगा. ऐसे लोगों का ठिकाना सिर्फ जेल है और जेल में ही भेजना चाहिए. विधायक ने ईटीवी भारत के जवाब पर कहा कि डीआईजी की गिरफ्तारी की मांग सरकार के समक्ष रखी जाएगी. अगर सरकार इस में प्रभावी कदम नहीं उठाती है, तो सरकार की साख खराब होगी.
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विधायक ने कहा मैंने इसका खुलासा फरवरी के महीने में ही कर दिया था. उन्होंने कहा कामां विधायक जाहिदा हिना, विधायक जोगेंद्र अवाना, मंत्री भजनलाल आदि सभी विधायक इसके भ्रष्टाचार से दुखी थे. उन्होंने कहा इसके द्वारा हर तफ्तीश पर भ्रष्टाचार किया जाता था. अधिकारियों के ऊपर दबाव डालकर सभी जांचों को गलत करवाता था. कंचनपुर थाना इलाके के एक गांव में दो पक्षों में झगड़ा हुआ था. उसकी मेडिकल जांच इसने सवाई मानसिंह अस्पताल भेजी थी. जिससे जांच पेंडिंग पड़ी रहे.